हिम न्यूज़ मंडी- उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने अधिकारियों को गर्मी व बरसात में होने वाले मौसमी रोगों से लोगों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए समुचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वेक्टर जनित और जल जनित रोगों से लोगों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध करने और इनसे बचाव को समय रहते एहतियाती कदम उठाने को कहा है। उन्होंने संबंधित विभागों सेे इसके लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।
उपायुक्त राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के कार्यान्वयन और जल जनित रोगों से बचाव व जन जागरूकता को जरूरी कदम उठाने पर चर्चा के लिए आयोजित संबंधित विभागों की समन्वय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। अरिंदम चौधरी ने मंडी जोनल अस्पताल के सभागार में मंगलवार को हुई इस बैठक में कहा कि मच्छर के काटने से डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, गैस्ट्रोएन्टराइटिस और दूषित भोजन व जल के सेवन से हेपेटाइटिस-ए जैसी घातक बीमारियों का खतरा रहता है। इनसे बचाव को समय रहते कदम उठाएं।
उन्होंने स्वास्थ्य और महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन घातक बीमारियों के नियंत्रण व बचाव के लिए आशा वर्कर व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम जन-जन तक संदेश पहुंचाएं। सभी खंड चिकित्सा अधिकारी अपने कार्यक्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से जागरूकता शिविर लगाकर लोगों को जागरूक करें।
जिला के सभी स्वास्थ्य अधिकारी अपने क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से पर्याप्त दवाईयों के स्टॉक की व्यवस्था को सुनिश्चित बनाएं। अरिंदम चौधरी ने नगर निगम, लोक निर्माण व जल शक्ति विभाग को सरकारी स्कूलों में पेयजल टंकियों की हर महीने जांच व सफाई सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गांव व कस्बों में जल जनित रोग फैलने वाले स्थानों को चिन्हित करें और वहां स्वच्छता की उचित व्यवस्था करें। उपायुक्त ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे खंड एवं उपमंडल स्तर पर वाट्सएप ग्रुप बनाकर आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करें। लोगों की समस्याओं के निदान के लिए एसडीएम और बीडीओ को सूचित करें ।