Breaking
गोंदपुर बुल्ला और भडियारां में मतदान प्रतिशतता बढ़ाने को लेकर ग्रामीण किए जागरूक         उपायुक्त का 'नशा मुक्त ऊना' बनाने के लिए सभी के समन्वित प्रयासों पर बल         सुखराम चौधरी का संजय अवस्थी पर पलटवार         मेमोरियल खेल कूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन         आवश्यक सेवाओं में तैनात व्यक्तियों को प्राप्त होगी डाक मतपत्र सुविधा: मुख्य निर्वाचन अधिकारी         उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस रवीश ने आज भुंतर मणिकरण सड़क का निरीक्षण किया         वर्तमान कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में सभी वर्ग दुखी : कश्यप         विद्युत आपूर्ति बाधित         कांग्रेस पार्टी 50 वर्षों के शासन में भी नहीं कर पाई : बिंदल          आपदा में कहां गुम थे भाजपा नेता : कांग्रेस           भाजपा नेता यह भूल गए उनके कार्यकाल में प्रदेश में अव्यवस्था का आलम रहा         लोकसभा चुनाव को लेकर मतदान कर्मियों की पहली रेंडमाइजेशन का आयोजन         लोकसभा का चुनाव राष्ट्रवादी शक्तियों और परिवारवादी शक्तियों के बीच : बिंदल         एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय होली में रिक्त सीटों के लिए 5 मई को होगी प्रवेश परीक्षा         एग्जिट पोल के प्रकाशन एवं प्रसारण पर एक जून तक प्रतिबंध: अमरजीत सिंह         एसडीएम अर्की यादविन्द्र पाल की अध्यक्षता में स्वीप टीम अर्की ने लगाया मतदाता जागरूकता शिविर         मतदाता सूची में नाम ढूंढना और नाम दर्ज करवाना हुआ आसान : डीसी         तकनीकी विवि ने बढ़ाई एचपीसीईटी के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की तिथि         कांग्रेस पार्टी विकास, पर्यटन, गरीब, महिला, युवा, किसान, बागवान विरोधी : बिंदल         प्रदेश की महिलाओं को हर हाल में दी जाएगी 1500 रुपए पेंशन : नरेश चौहान  

मुख्य सचिवों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे प्रधानमंत्री

हिम न्यूज़,  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी 16 और 17 जून,2022 को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में मुख्य सचिवों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे  यह केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन 15 से 17 जून,2022 तक आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन में केंद्र सरकार, सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों और विषयगत क्षेत्र के विशेषज्ञों का प्रतिनिधित्व करने वाले 200 से अधिक लोग भाग लेंगे। तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में राज्यों के साथ साझेदारी में तीव्र और निरंतर आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

टीम इंडिया के रूप में काम करते हुए, सम्मेलन कृषि में स्थिरता, नौकरियों के सृजन, शिक्षा, जीवन में आसानी और आत्मनिर्भरता के साथ उच्च विकास के लिए सहयोग आधारित कार्य के लिए आधार तैयार करेगा। सम्मेलन में आम विकास एजेंडे की प्रगति और कार्यान्वयन पर जोर दिया जाएगा और लोगों की आकांक्षाओं को प्राप्त करने के लिए एकजुट कार्रवाई का खाका तैयार किया जाएगा।

सम्मेलन की अवधारणा और एजेंडा छह महीने में 100 से अधिक दौर के विचार-विमर्श

इस सम्मेलन की अवधारणा और एजेंडा छह महीने में 100 से अधिक दौर के विचार-विमर्श के बाद तैयार किया गया है। सम्मेलन में विस्तृत विचार-विमर्श के लिए तीन विषयों: (i) राष्ट्रीय शिक्षा नीति का कार्यान्वयन; (ii) शहरी शासन; और (iii) फसल विविधीकरण तथा तिलहन, दलहन एवं अन्य कृषि-वस्तुओं में आत्मनिर्भरता की पहचान की गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों पर विचार किया जाएगा। सम्मेलन में प्रत्येक विषय के तहत राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के सर्वोत्तम तौर-तरीकों को परस्पर सीखने के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।

आकांक्षी जिला कार्यक्रम पर एक सत्र होगा जो अब तक की उपलब्धियों पर विचार करेगा, जिसमें विशिष्ट जिलों में युवा कलेक्टरों द्वारा प्रस्तुत डेटा आधारित शासन सहित सफल केस स्टडीज शामिल हैं।

‘आजादी का अमृत महोत्सव: 2047 का रोडमैप’ पर एक विशेष सत्र और कारोबारी सुगमता के लिए अनुपालन बोझ को कम करने और छोटे अपराधों के गैर अपराधीकरण, योजनाओं के अधिकतम कवरेज और अंतिम व्यक्ति तक वितरण सुनिश्चित करने के लिए केंद्र – राज्य समन्वय, पीएम गति शक्ति के माध्यम से भारत के बुनियादी ढांचे का बदलाव, और क्षमता निर्माण: आईजीओटी का कार्यान्वयन – मिशन कर्मयोगी पर चार अतिरिक्त विषयगत सत्र आयोजित किए जाएंगे।

बाद में सम्मेलन के परिणामों पर नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में विचार-विमर्श किया जाएगा, जिसमें सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और प्रशासक मौजूद रहेंगे, ताकि उच्चतम स्तर पर व्यापक सहमति के साथ एक कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जा सके।