हिम न्यूज़, ऊना: अतिरिक्त उपायुक्त ऊना डॉ. अमित कुमार शर्मा ने आज एमसी पार्क ऊना में दो दिवसीय सौर ऊर्जा मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर एडीसी ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में उपलब्ध सौर ऊर्जा को लोकप्रिय बनाने, बढ़ावा देने तथा दोहन करने को तत्पर है। इस दिशा में सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं।
सौर ऊर्जा का दोहन मुख्य रूप से ग्रिड से जुड़े छत पर लगने वाले छोटे-छोटे सौर ऊर्जा प्लांट व जमीन पर स्थापित होने वाली परियोजनाओं के माध्यम से किया जा रहा है। एडीसी ने बताया कि सौर ऊर्जा प्लांट लगवाने से लोगों के बिजली बिलों में कटौती भी होगी।
उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा प्लांट लगवाने के लिए प्रति किलोवाट 10 वर्गमीटर जगह की आवश्यकता होती है। ग्रिड से जुडा सौर ऊर्जा प्लांट तभी काम करता है जब धूप और बिजली दोनों हो, बिजली न हाने पर प्लांट काम नहीं करता। सौर ऊर्जा प्लांट लगवाने के लिए सबसे पहले स्थानीय सहायक अभियंता से विद्युत बोर्ड से अनापति प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य है। एनओसी प्राप्त करने के बाद हिमऊर्जा की बेवसाइट पर पंजीकृत फर्मों से सम्पर्क करके अथवा हिम ऊर्जा कार्यालय में प्लांट बुक कर सकते हैं।
भारत तथा राज्य सरकार की महत्वकांक्षी रूफटॉप ग्रिड संचालित सोलर पावर प्लांट योजना पर एक से तीन किलोवाट क्षमता तक घरेलू उपयोग के लिए सोलर रूफटॉप पावर प्लांट लगाने पर 40 प्रतिशत केंद्रीय अनुदान, 3 किलोवाट से 10 किलो वाट क्षमता तक 20 प्रतिशत केंद्रीय अुनदान का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त 10 किलोवाट क्षमता तक 6 हज़ार रूपये प्रति किलोवाट राज्य सरकार के अतिरिक्त अनुदान का प्रावधान भी है। उन्होंने कहा कि इन संयंत्रों को स्थापित कर अपनी बिजली जरूरतों की पूर्ति उपरांत शेष उत्पादित ऊर्जा को राज्य विद्युत बोर्ड निगम लिमिटेड के ग्रिड में पहुचाएं तथा अतिरिक्त आय कमा सकते हैं।
इसके अलावा एडीसी ने कहा कि घरों में सौर ऊर्जा संयंत्र लागवाने से घरों में बिजली के बिलों में कमी आएगी वहीं पर्यावरण स्वच्छ बनाने में भी अपनी सहभागिता दर्ज करवाएं।
इस अवसर पर परियोजना अधिकारी हिम ऊर्जा ऊना सोहन सिंह, गुलशन सिंह, विक्रम सिंह, बलराज, विवेक ग्रोवर सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित रहे।