हिम न्यूज़, चंबा , 10 जून । केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि महिलाओं और बच्चों में कुपोषण के खात्मे को लेकर सभी संबंधित विभागों द्वारा विशेष प्राथमिकता रखी जानी चाहिए ।
वे आज बचत भवन में आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम के तहत विभिन्न मानक बिंदुओं की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे ।
इस दौरान विधानसभा में मुख्य सचेतक विक्रम विक्रम सिंह जरयाल, विधायक पवन नैयर व जियालाल कपूर विशेष तौर पर मौजूद रहे ।
आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध करवाए जाने वाले पोषाहार को कुपोषण के खात्मे में अहम बताते हुए केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री ने गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच और कम वजन वाले बच्चों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए ।
उन्होंने यह भी कहा कि आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम के तहत पारदर्शी मापदंडों के आधार पर नागरिकों की गरीबी, अपेक्षाकृत कमजोर और पोषण, शिक्षा की स्थिति तथा अपर्याप्त आधारभूत संरचना की दृष्टि से भविष्य में आने वाली विभिन्न प्रकार की चुनौतियों को शामिल करके एक मिश्रित सूचकांक तैयार किया गया है ।
इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा के लिए प्रतिमाह डेल्टा रैंकिंग की जाती है ।
स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा के दौरान डॉ. वीरेंद्र कुमार ने विभाग को संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता और जानकारी के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए । उन्होंने क्षय रोग उन्मूलन के लिए भी विभाग को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया ।
कृषि से संबंधित विभिन्न संकेतको की समीक्षा के दौरान केंद्रीय मंत्री ने स्थानीय जलवायु के अनुरूप नगदी फसलों को प्रोत्साहन देने और पारंपारिक कृषि उपज को और बढ़ाने के लिए प्रगतिशील किसानों के अनुभवों को साधारण किसानों में साझा करने के निर्देश भी दिए ।
बच्चों के सर्वागीण विकास को सुनिश्चित बनाने के लिए डॉ वीरेंद्र कुमार ने गुणवत्ता युक्त शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित बनाने के साथ ड्रॉपआउट मामलों को कम करने में विशेष प्राथमिकता रखने के निर्देश दिए ।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि बच्चों में शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास और आंचलिक कला एवं लोक संस्कृति से संबंधित विषयों के बारे में भी अवगत करवाया जाना चाहिए। आरंभिक शिक्षा से संबंधित अधोसंरचना विकास की जानकारी देते हुए उपायुक्त डीसी राणा ने बताया कि ज़िला में सीएसआर के तहत 52 स्कूल भवनों का निर्माण किया जा रहा है ।
उपायुक्त ने यह भी बताया कि लगभग 150 के करीब आंगनबाड़ी केंद्र भवन बनाने की प्रक्रिया को भी शुरूकिया गया है । बैठक में डीसी राणा ने आकांक्षी ज़िला से संबंधित वर्तमान रैंकिंग और विभिन्न योजनाओं के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी भी प्रदान की ।
इससे पहले उपायुक्त डीसी राणा ने केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार को शाल, टोपी एवं चंबा थाल भेंट कर सम्मानित भी किया ।
इस दौरान स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्य निष्पादन संकेतक, शिक्षा मुख्य निष्पादन संकेतक, कृषि तथा जल संसाधन, कौशल विकास समावेश, वित्तीय समावेश और बुनियादी ढांचा से संबंधित मुख्य निष्पादन संकेतक पर विस्तृत समीक्षा भी की गई ।
इसके पश्चात डॉ. वीरेंद्र कुमार ने प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और आयुष्मान भारत जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं के तहत स्थानीय लाभार्थियों से संवाद किया ।
बैठक में संयुक्त सचिव एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी केआर वैधीस्वरन,, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मेहरा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार , उप शिक्षा निदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह चाड़क, उपनिदेशक कृषि डॉ. कुलदीप धीमान, उप निदेशक उद्यान डॉ राजीव चंद्रा, उप निदेशक एवं परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण चंद्रवीर सिंह, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण दिवाकर पठानिया, जल शक्ति रणजीत चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कपिल शर्मा, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण जीत सिंह, विद्युत पवन शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष जसवीर नागपाल और विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी मौजूद रहे।