हिम न्यूज़, ऊना,– दक्षिण-पश्चिम मानसून की तैयारियों को लेकर एसडीएम ऊना डॉ. निधि पटेल की अध्यक्षता में आज एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों को निर्देश दिए कि वह मानसून सीजन के दृष्टिगत सभी विभागों से उचित समन्वय स्थापित करें ताकि किसी भी आपात स्थिति में होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
एसडीएम ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जल जनित रोगों के उपचार के लिए आवश्यक दवाईयों का स्टॉक सभी चिकित्सा संस्थानों में समुचित मात्रा में रखें। सर्पदंश के उपयोग में लाई जाने वाली दवाईयों का भी समुचित भंडारण रखें। मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों से निपटने के लिए भी पूरी तैयारी रखें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि गर्मियों के मौसम में लोगों द्वारा जगह-जगह पर लगाई जा रही मीठे पानी की शबीलों के सैंपलिंग लेना सुनिश्चित करें।
डॉ. निधि पटेल ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल स्रोतों तथा जल भण्डारण टैंकों की साफ-सफाई तथा सभी पेयजल स्रोतों की क्लोरिनेशन करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा पेयजल नमूनों की भी समय-समय पर जांच करें ताकि जलजनित विषाणुओं का पता लगाया जा सके। उन्होंने नगर परिषद ऊना, मैहतपुर-बसदेहड़ा व संतोषगढ़ को निर्देश दिए गए कि वर्षा जल के समुचित निकासी के लिए नालियों तथा नालों की साफ-सफाई के साथ-साथ आवश्यक उपकरणों को भी तैयार रखें। उन्होंने राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग, बिजली बोर्ड, अग्निशमन विभाग व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने अधीनस्थ क्षेत्र में बरसात की तैयारियों के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को शीघ्र पूर्ण करें ताकि आवश्यकता के समय प्रभावित क्षेत्र में तुरंत राहत पहुंचाई जा सके।
बैठक में उप निदेशक एलिमेंटरी एजुकेशन ऊना देवेंद्र चंदेल, बीडीओ ऊना रमनबीर चौहान, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता विभाग से रजनी कालिया, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी इंजीनियर अरविंद, नगर परिषद ऊना, संतोषगढ़ व मैहतपुर बसदेहड़ के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।