हिम न्यूज़, धर्मशाला। उपायुक्त कांगड़ा डा निपुण जिंदल ने जिला के विभिन्न क्षेत्रों में हुए नुक्सान का जायजा लिया तथा राहत तथा पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को तुरंत प्रभाव से फौरी राहत उपलब्ध करवाई जाए इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाए।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि आगामी दिनों में भी मौसम विभाग की ओर से बारिश का संभावना जताई गई है। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को नदियों तथा खड्डों के आसपास जाने की मनाही की गई है इसके साथ ही पर्यटकों को भी कुछ दिनों के लिए यात्रा स्थगित करने का आग्रह किया गया है ताकि किसी तरह की परेशानी नहीं हो। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि जयसिंहपुर के हलेड़ में 25 लोगों को राहत केंद्र में शिफ्ट किया गया है।
उन्होंने कहा कि उपमंडल धीरा तथा शाहपुर में दो कच्चे घरों के गिरने के कारण दो लोगों की मृत्यु हुई है वहीं कुंजेश्वर महादेव में नदी में फंसे दो लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। उन्होंने कहा कि चक्की बैंक ब्रिज भी भारी बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला में भारी बारिश से 50 कच्चे घर, 39 गौशालाएं तथा तीन पक्के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि आईपीएच, लोक निर्माण विभाग, कृषि तथा बागबानी विभाग की ओर से भी नुक्सान की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि भुस्खलन के कारण अवरूद्व राष्ट्रीय राजमार्ग तथा संपर्क मार्गों को यातायात के लिए खोला जा रहा है। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि जिला तथा उपमंडल स्तर पर आपदा कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं तथा 24 घंटें कंट्रोल खुले रहेंगे किसी भी तरह के नुक्सान या आपदा से संबंधित सूचना कंट्रोल रूम अवश्य दें ताकि समय पर आपदा प्रबंधन किया जा सके।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि सभी उपमंडलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील मार्गों में जेसीबी इत्यादि की स्थायी व्यवस्था की जाए इसके साथ ही बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों के जाने पर पूर्ण रूप से मनाही की जाए।