हिम न्यूज़ हमीरपुर- विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाना और उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कैसे तैयार किया जाए इस संदर्भ में उपायुक्त देवश्बेता बनिक की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में एनआईटी के निदेशक प्रो0 एचएम सूर्यवंशी विशेष रूप से उपस्थित रहे। उपायुक्त ने कहा कि जिला हमीरपुर में एनआईटी एक प्रतिष्ठित संस्थान है। यह संस्थान विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है।
उन्होंने कहा कि इस संस्थान का लाभ जिला के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को भी मिले इसके लिए एनआईटी संस्थान स्कूल अध्यापकों के लिए फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ विषयों पर शॉर्ट टर्म कोर्स करवाने के लिए प्लान तैयार करें, ताकि स्कूल अध्यापक बच्चों का सही तरीके से मार्गदर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कि इस कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए 15 दिनों के भीतर कमेटी का गठन किया जाए ताकि इस दिशा में शीघ्र कार्य शुरू किया जा सके।
उन्होंने कहा कि बच्चों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने तथा भविष्य में प्रतियोगी परीक्षाओं हेतू तैयारी करने के लिए प्रश्न पत्र बैंक बनाना चाहिए ताकि विद्यार्थी उसी के अनुसार तैयारी करें जो कि बच्चों के लिए काफी मद्दगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि फजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ विषयों के साथ-साथ प्रैक्टिकल और न्यूमेरिकल पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अध्यापक स्कूलों में बच्चों को बेहतर संस्थानों में प्रवेश लेने के लिए तैयार कर रहे हैं। इसके लिए एनआईटी फैकल्टी स्कूल अध्यापकों का मार्गदर्शन करें। अध्यापक बच्चों को उनकी योग्यता के अनुसार पढ़ाएं ताकि बच्चों को अपना लक्ष्य पाने में आसानी हो सके।
उन्होंने कहा कि बच्चों में वैज्ञानिक सोच पैदा करने के उद्देश्य से नीति आयोग ने अटल इनोवेशन मिशन के तहत हिम अकादमी स्कूल हमीरपुर में अटल टिंकरिंग लैब स्थापित की गई है जिसका मकसद विद्यार्थियों के बीच इनोवेशन,क्रिएटिविटी और वैज्ञानिक पहलुओं को बढ़ावा देना है। उन्होंने उपनिदेशक उच्च शिक्षा से कहा कि 11वीं और 12वीं कक्षाओं में पढऩे वाले बच्चों को इस लैब का भ्रमण करवाना चाहिए। जिसके लिए एक समय-सारणी तैयार करें, और बच्चों को इस लैब का भ्रमण करवाएं।