आजादी के उपरान्त देश ने हर क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित-डॉ. हंसराज

हिम न्यूज़, रिकांगपिओ: जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह किन्नौर जिला मुख्यालय रिकांग पिओ के आई.टी.बी.पी मैदान में मनाया गया। स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज ने की।

 इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज ने ध्वजारोहण किया व भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड का नेतृत्व पुलिस विभाग के उप निरीक्षक अनिल कुमार ने किया।

परेड में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, हिमाचल पुलिस, गृह रक्षा पुरूष व महिला, गृह रक्षा बैंड, एन.सी.सी व एन.एस.एस की टुकड़ियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न हिस्सों से पारम्परिक वेश-भूषा के साथ स्थानीय लोगों ने भाग लिया।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ  हंसराज ने इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि आजादी के उपरान्त देश ने हर क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं जिसका श्रेय समय-समय पर रही विभिन्न सत्तासीन सरकारों को जाता है।

उन्होंने कहा कि जिस समय प्रदेश अस्तित्व में आया उस समय प्रदेश गरीबी व पिछड़ेपन के दौर से गुजर रहा था परन्तु आज प्रदेश यहां के परिश्रमी व मेहनतकश लोगों के कठिन परिश्रम के कारण पहाड़ी राज्यों में ही नही बल्कि देश के बड़े राज्यों में भी विकास का माॅडल बन कर उभरा है।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष डाॅ. हंसराज ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार ने जनजातीय क्षेत्रों के विकास के प्रति हमेशा ही सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

उन्होंने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा किन्नौर जिला के प्रवास पर एफ.आर.ए व नौ-तोड़ के तहत जिले के किसानों को भू-पट्टे प्रदान करने की भी शुरूआत की गई। मुख्यमंत्री द्वारा एफ.आर.ए के तहत 60 तथा नो-तोड़ के तहत 47 भू-पट्टे जिले के किसानों व बागवानों को प्रदान किए गए जो प्रदेश सरकार की जनजातीय जिला किन्नौर के लोगों की मांग को पूर्ण करने की वचनबद्धता को दर्शाता है।

डॉ. हंसराज ने कहा कि किन्नौर जिले में गत साढ़े 4 वर्षों के दौरान स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत अनुसूचित जाति/जनजाति तथा अन्य पिछड़े वर्ग के पात्र लाभार्थियों के 359 आवास निर्माण स्वीकृत किए गए जिसके तहत आवास निर्माण के लिए 5 करोड़ 74 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई तथा योजना के तहत जिले में आवास से संबंधित अब कोई भी मामला लंबित नहीं है।

उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला में गत साढ़े 4 वर्षों के दौरान जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत 346 करोड़ 86 लाख 86 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की गई। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 में किन्नौर जिला के लिए 140 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया जो कि गत वित्त वर्ष के बजट के मुकाबले 35 करोड़ रुपये अधिक है। जिसके तहत जिले में कृषि तथा अन्य संबंध सेवाओं के लिए 9 करोड़ 71 लाख रुपये प्रदान किए गए।

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डॉ. हंसराज ने कहा कि एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत जिले में गत साढ़े 4 वर्षों के दौरान स्प्रेयर, टिल्लर, मौन-पालन, क्षेत्र विस्तार फल व सब्जी व पैंकिग शैड स्थापित करने के लिए 1 करोड़ 69 लाख रुपये की राशि उपदान के लिए स्वीकृत की गई थी जिसमें से 1 करोड़ 45 लाख रुपये उपदान के रूप में 1191 बागवानों को प्रदान किए जा चुके हैं।
उन्हांने कहा कि राष्ट्रीय विकास कृषि योजना के तहत 30 लाख 16 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की गई जिसमें से 29 लाख 85 हजार रुपये की राशि 261 बागवानों को अनुदान के रूप में प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जनजातीय उपयोजना के तहत 429 बागवानों को पावर स्प्रेयर, पावर टिल्लर, वर्मी-कम्पोस्ट ईकाइयां स्थापित करने के लिए 10 लाख 18 हजार रुपये का अनुदान दिया गया। राज्य योजना के तहत स्प्रेयर, टिल्लर तथा ओला-अवरोधक जाली खरीदने के लिए गत साढ़े चार वर्षों में 1630 बागवानों को 2 करोड़ 42 लाख 50 हजार रुपये का अनुदान दिया गया।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष ने कहा कि जिले में हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास योजना के तहत 17 कलस्टर का गठन कर 216 बागवानों को 9 हजार उन्नत किस्म के विदेशी आयातीत पौधे वितरित किए गए हैं।

जिले में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत बागवानों को टपक सिंचाई प्रणाली स्थापित करने के लिए 2 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि कृृषि यंत्रीकरण मिशन के अंतर्गत 236 बागवानों को चेन-सा, पोस्ट होल्ड डिग्गर, घास काटने की मशीन व ग्रेडिंग मशीन स्थापित करने के लिए 37 लाख 46 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं।

डाॅ. हंसराज ने कहा कि जिले में सामाजिक सुरक्षा पैंशन योजना के तहत 6467 लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पैंशन प्रदान की जा रही है जिनमें 70 वर्ष से अधिक आयु के 3787 मामले शामिल हैं। जिले में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 21 करोड़ 65 लाख रुपये के निवेश के 183 उद्यम स्वीकृत किए गए जिससे 200 युवकों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं व उद्यमियों को 5 करोड़ 44 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया गया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 3 करोड़ 37 लाख रुपये के 60 उद्यम स्वीकृत किए गए हैं। 75 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है व 1 करोड़ 18 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया गया है।

डाॅ. हंसराज ने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत 124 किसानों को सौर उर्जा से संचालित बाढ़ लगाने पर 223 लाख रुपये अनुदान के रूप में प्रदान किए गए हैं। योजना के तहत वित वर्ष 2022-23 के तहत योजना के अंतर्गत 1 करोड़ 5 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं जिसमें से 1 करोड़ रुपये आबंटित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य कृषि यंत्रिकरण योजना के तहत कृषि उपकरण की खरीद पर 122 किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान के रूप में 40 लाख 50 हजार रुपये का अनुदान दिया गया जबकि इस वित्त वर्ष के दौरान 1000 किसानों को 41 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं।

डाॅ. हंसराज ने कहा कि किन्नौर जिले में गृहणी सुविधा योजना के तहत 2688 पात्र लाभार्थियों को निःशुल्क गैस कनैक्शन प्रदान किए गए जिसके तहत 2271 लाभार्थियों को 1 अतिरिक्त निःशुल्क गैस रिफिल व 508 लाभार्थियों को 2 अतिरिक्त निःशुल्क गैस रिफिल प्रदान की जा चुकी है। जिले में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 130 लाभार्थियों को निःशुल्क गैस कनैक्शन प्रदान किए गए। जिले में कोविड-19 महामारी के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 19 हजार 116 लाभार्थियों को 11910 क्विंटल चावल व 12330 क्विंटल गंदम निःशुल्क प्रदान किया गया।

उन्होंने कहा कि जिले में हिमकेयर योजना व आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गत 4 वर्षों के दौरान 1549 रोगियों के उपचार पर 88 लाख 72 हजार 715 रुपये की राशि व्यय की गई। जिनमें हिमकेयर योजना के तहत 727 रोगियों के ईलाज पर 34 लाख 15 हजार 714 रुपये तथा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 822 रोगियों के उपचार पर 54 लाख 57 हजार रुपये की राशि व्यय की गई है।

मुख्य अतिथि ने इस अवसर पर कारगिल युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों, खिलाड़ियों व अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मनित किया।

इस दौरान ठाकुर सेन नेगी राजकीय महाविद्यालय रिकांग पिओ, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठी, केंद्रीय विद्यालय रिकांग पिओ व युवा जागृति कल्ब पानवी के कलाकारों द्वारा रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।

इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी, जिला परिषद अध्यक्ष निहाल चारस, उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक, पुलिस अधीक्षक अशोक रत्न, उपमण्डलाधिकारी कल्पा डाॅ. मेजर शशांक गुप्ता, भारत तिब्बत सीमा पुलिस के कमांडेंट देवेंद्र कुमार, उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण जयवंती ठाकुर, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, पंचायती राज संस्थाओं के जन-प्रतिनिधियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।