हिम न्यूज़ पालमपुर- विधानसभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार ने आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घराणा के वार्षिक पारितोषिक में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की और विद्यालय के मेधावियों को पुरस्कृत किया।
विधान सभा अध्यक्ष ने 66 लाख से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घराणा के अतिरिक्त भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने 5 लाख की लागत से महिला मंडल भवन डगेरा और लगभग 6 लाख से निर्मित केंद्र तमलोह के भवन का लोकार्पण किया।
छात्रों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष ने इलाके के लोगों को विद्यालय के अतिरिक्त भवन की बधाई दी।
उन्होंने कहा कि नयें भवन के बनने से छात्रों को बैठने के लिये बेहतर स्थान प्राप्त होगा। परमार ने कहा कि प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा के साथ-साथ ढांचागत सुदृढ़ीकरण भी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सुलाह निर्वाचन क्षेत्र में भी शिक्षण संस्थानों के भवनों, साइंस ब्लॉक के निर्माण पर लगभग साढ़े 46 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं ताकि छात्रों को गुणात्मक शिक्षा के साथ साथ बेहतर भवन एवं अन्य सुविधाएं भी प्राप्त हों।
उन्होंने बताया कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला क्यारवां, सलोह, मुंढ़ी और मरहूँ के अतिरिक्त भवनों के निर्माण कार्य पर साढ़े पांच करोड़ से निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गढ़ के साइंस ब्लॉक का निर्माण 1 करोड़ 70 लाख से किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भवारना का साइंस ब्लॉक 1 करोड़ 70 लाख, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डरोह और देहण के अतिरिक्त भवन का निर्माण 3 करोड़ 60 से किया गया है। राजकीय उच्च विद्यालय ननाओं के भवन पर 90 लाख व्यय किये गए हैं।
उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में राजकीय महाविद्यालय नौरा के साइंस ब्लॉक के निर्माण पर 5 करोड़ और राजकीय महाविद्यालय थुरल के भवन पर 5 करोड़ से अधिक राशि व्यय की गई है। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में परौर बल्लाह में पॉलीटेक्निक कॉलेज के भवन पर लगभग 20 करोड़ रुपये और आईटीआई रझूं के भवन पर 5 करोड़ से अधिक राशि व्यय की जा रही है। उन्होंने कहा कि फार्मेसी कॉलेज के भी जमीन हस्तांतरण का कार्य प्रगति पर है।
परमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति को वर्ष 2030 तक देश में पूरी तरह से लागू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में शिक्षा प्रणाली को सुदृढ़ कर प्रभावी बनाया जा रहा है जिससे शिक्षा के साथ कुशलता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में छात्र शिक्षित होने के साथ-साथ प्रशिक्षित भी होंगे। उन्होंने अध्यापकों से छात्रों को प्रतिदिन प्राथना सभा में महानपुरषों की जानकारी देने का भी आह्वान किया।