हिम न्यूज़, शिमला- ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर की अध्यक्षता में पशुपालन विभाग की एक समीक्षा बैठक यहां आयोजित की गई। बैठक में प्रदेश में पशुपालकों के हित में चलाई जा रही केन्द्र प्रायोजित तथा राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई।
बैठक को सम्बोधित करते हुए वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार गौवंश के संरक्षण के लिए कृतसंकल्प है और वर्तमान प्रदेश सरकार के प्रयासों से गौशालाओं तथा गौसदनों में गौवंश की संख्या 6 हजार से बढ़कर 20 हजार से अधिक हो गई है।
उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में प्रदेश में पांच बड़े गौ अभयारण्यों एवं गौसदनों की स्थापना की जा रही है। इसके अतिरिक्त हिमाचली पहाड़ी गाय के संरक्षण के लिए उत्कृष्ट फार्म स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गौसदनों में आश्रित गौवंश के लिए गोपाल व्यवस्था के अन्तर्गत अनुदान राशि 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये करने का निर्णय लिया गया है।
पशुपालन मंत्री ने प्रदेश में स्थापित किए जा रहे ऐसे सभी गौसदनों, जिनके लिए धनराशि गौसेवा आयोग के माध्यम से जारी की जा चुकी है, उनका कार्य शीघ्र पूर्ण करने के उपरांत इन्हें निर्धारित समयावधि में क्रियाशील करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश की डबल इंजन सरकार ने पशुपालकों के लिए कई योजनाएं प्रारम्भ की हैं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी निष्ठापूर्वक एवं लगन के साथ इन विभागीय योजनाओं का लाभ समयबद्ध सभी पात्र लाभार्थियों को उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें।
बैठक में सचिव पशुपालन डॉ. अजय शर्मा ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों से चर्चा के उपरांत विभागीय गतिविधियों का मूल्यांकन किया। उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी योजनाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए विभागीय स्तर पर और तेजी लाई जाएगी।
निदेशक पशुपालन विभाग डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।
बैठक में सभी जिलों के विभागीय अधिकारी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।