हिम न्यूज़,शिमला- मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सोमवार शाम को यहां हिमाचल प्रदेश पुलिस सेवा के अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश पुलिस अधिकारियों का वार्षिक वर्दी भत्ता 3675 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस देश की सबसे अनुशासित और समर्पित पुलिस बलों में से एक है, जोकि प्रत्येक हिमाचलवासी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों और विषम कार्य समय के बावजूद राज्य पुलिस ने हमेशा उच्च कर्तव्यनिष्ठा और कर्मठता के मानकों को बरकरार रखा है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस बल के उच्च मनोबल को बनाए रखने के लिए बेहतरीन माहौल उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले साढ़े चार साल की अवधि में पुलिस कर्मियों के विभिन्न श्रेणियों के सैकड़ों पद भरे गए हैं और 2500 से अधिक पुलिस कर्मियों को पदोन्नत किया गया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस व्यवस्था को प्रभावी बनाने और बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कई पुलिस चौकियां और पुलिस स्टेशन खोले गए हैं। कांगड़ा जिले के नूरपुर में एक नया पुलिस जिला बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस उप अधीक्षक के 16 पदों को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में स्तरोन्न्त करने का निर्णय लिया है। इससे पुलिस बल में पदोन्नतियों के ठहराव को दूर करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी में प्रगति के साथ ही पुलिस बल की कार्यप्रणाली में भी भारी बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी में तेजी से हो रही प्रगति की चुनौतियों का सामना करने के लिए पुलिस बल को तैयार रहना चाहिए। उन्होंने पुलिस बल और जनता के बीच बेहतर समन्वय पर भी विशेष बल दिया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल में राज्य पुलिस विभाग को सुदृढ़ किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान पुलिस बल को अधिक प्रभावी बनाने के लिए राज्य सरकार ने पुलिस विभाग को 350 वाहन उपलब्ध करवाए गए हैं। इसके अतिरिक्त पुलिस बल के आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने के लिए 300 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक इंटेलिजेंस संदीप भारद्वाज ने भी इस अवसर पर मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्यिों का स्वागत किया और हिमाचल प्रदेश पुलिस सेवा अधिकारियों की कुछ मांगों से भी अवगत करवाया।
इस अवसर पर प्रधान सचिव गृह भरत खेड़ा, मुख्यमंत्री के सलाहकार एवं प्रधान निजी सचिव डॉ. आर.एन. बत्ता, पुलिस महानिरीक्षक रामेश्वर ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।