ऋण के मामलों को मंजूर करने में देरी न करें बैंक: एडीसी

हिम न्यूज़ हमीरपुर। जिला स्तरीय समीक्षा एवं बैंक सलाहकार समिति की बैठक शुक्रवार को यहां हमीर भवन में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता एडीसी जितेंद्र सांजटा ने की। इस त्रैमासिक बैठक में गत 30 जून को समाप्त हुई वर्तमान वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान बैंकिंग क्षेत्र से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उपलब्धियों की समीक्षा की गई तथा वर्तमान तिमाही में इनकी प्रगति को लेकर व्यापक चर्चा की गई।

एडीसी ने कहा कि पहली तिमाही के दौरान जिला में सभी बैंकों की जमा राशि 13,553 करोड़ रुपये से अधिक रही जोकि पिछले वर्ष की तुलना में 12.38 प्रतिशत अधिक है। जिला में ऋण की राशि लगभग 3279.63 करोड़ रुपये रही जोकि पिछले वर्ष के मुुकाबले 13.78 प्रतिशत ज्यादा है।

एडीसी ने कहा कि पहली तिमाही के दौरान जिला का जमा और ऋण राशि का अनुपात यानि सीडी रेशो 24.20 प्रतिशत रही। उन्होंने कहा कि जिला में सीडी रेशो का अनुपात संतोषजनक नहीं है। इसलिए, सभी बैंकों के अधिकारी लोगों को अधिक से अधिक ऋण आवंटित करें। विशेषकर, सरकार की प्राथमिकताओं वाली योजनाओं से संबंधित ऋण के मामले तुरंत मंजूर किए जाने चाहिए।

एडीसी ने कहा कि पहली तिमाही में एजूकेशन लोन के 63 मामले मंजूर किए गए हैं, जिनमें लगभग 3.89 करोड़ रुपये के ऋण दिए गए हैं। हमीरपुर में एजूकेशन लोन की अच्छी संभावनाएं हैं। सभी बैंकों को इस पर ध्यान देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जिला में अभी तक 39,404 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान किए जा चुके हैं। सभी किसानों को केसीसी प्रदान करने के लिए एक अक्तूबर से 31 दिसंबर तक देशव्यापी अभियान चलाया जाएगा। इसमें विभिन्न विभागों का सहयोग भी लिया जाएगा। इस अभियान के दौरान अगर कोई किसान केसीसी लेने से मना करता है तो बैंकों को उससे लिखित रूप में लेकर इसका विवरण भी पोर्टल पर अपलोड करना होगा।

एडीसी ने बैंक तथा विभागीय अधिकारियों को इस कार्य को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि 31 दिसंबर तक इसका शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया जा सके।  बैठक में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की गई।

इससे पहले पंजाब नेशनल बैंक के मंडल उप प्रमुख बीडी भाटिया ने एडीसी तथा अन्य सभी अधिकारियों का स्वागत किया तथा पहली तिमाही की उपलब्धियों की जानकारी दी। अग्रणी जिला प्रबंधक लक्ष्मी नारायण काजल ने विभिन्न योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।

बैठक में नाबार्ड के डीडीएम सतपाल चैधरी, जिला परिषद अध्यक्ष बबली देवी, सभी बैंकों तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे। जबकि, भारतीय रिजर्व बैंक के डीजीएम पितांबर अग्रवाल ने भी वर्चुअल माध्यम से बैठक में भाग लिया।