हिम न्यूज़, ऊना– पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे हिमुडा उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा का देहांत हो गया। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ जिला ऊना के अंब में किया गया तथा सभी ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। शव को मुखाग्नि प्रवीण शर्मा के सुपुत्र पार्थ शर्मा ने दी।
उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर, वन तथा युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, हिमाचल प्रदेश छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के विधायक बलबीर सिंह, एचपीएसआईडीसी उपाध्यक्ष प्रोफेसर राम कुमार, जिला परिषद ऊना के उपाध्यक्ष कृष्ण पाल शर्मा, ऊना जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा,
एपीएमसी अध्यक्ष बलबीर सिंह बग्गा, कुटलैहड़ भाजपा मंडल अध्यक्ष तरसेम लाल, जिला भाजपा महामंत्री राजकुमार पठानियां, एचआरटीसी उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री, उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, पूर्व सांसद कृपाल परमार, पूर्व विधायक नवीन धीमान एवं सुषमा शर्मा, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।
प्रवीण शर्मा के देहावसान का समाचार सुनते ही सुबह से ही उनके निवास स्थान अंब में लोगों का तांता लग गया। वह वर्ष 1998 से 2003 तक धूमल सरकार में आबकारी एवं कराधान तथा खेल मंत्री रहे तथा धूमल सरकार के दूसरे कार्यकाल में जल प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष रहे।
इसके अतिरिक्त वह भारतीय जनता पार्टी के अनेक पदों पर रहते हुए पार्टी तथा आमजन के प्रति अपने दायित्व के लिए सजग रहे।
पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा के निधन पर प्रकट किया शोक
हिम न्यूज़, ऊना- ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर, छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, विधायक बलबीर सिंह, विधायक राजेश ठाकुर तथा हिमाचल प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार ने हिमुडा उपाध्यक्ष एवं पूर्व में मंत्री रहे प्रवीण शर्मा के निधन पर शोक प्रकट किया है।
अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने का संबल प्रदान करें। उन्होंने कहा कि प्रवीण शर्मा के जाने से पार्टी ने एक सच्चा सिपाही खो दिया है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है।
प्रवीण शर्मा ने प्रदेश व जिला ऊना के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसे भुलाया नहीं जा सकता।