हिम न्यूज़ शिमला। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज यहां बचत भवन में सर्दी के मौसम में बर्फबारी से निपटने की तैयारियों के संदर्भ में बैठक ली। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जिला में बर्फबारी को ध्यान में रखते हुए शिमला शहर को पांच सैक्टरों में बांटा गया है, जिसमें सैक्टर-1 में संजौली, ढली, कुफरी, गलू, नालदेहरा, मशोबरा, बल्देयां, भटाकुफर, मल्याणा व मैहली शामिल है, जिसके प्रभारी उपमण्डलाधिकारी शिमला (ग्रामीण) निशांत ठाकुर होंगे।
सैक्टर-2 में ढली-संजौली बाईपास, आईजीएमसी, लक्कड़ बाजार, विक्ट्री टनल, टूटीकंडी क्रॉसिंग, छोटा शिमला, नवबहार, संजौली चौक, भराड़ी, लौंगवुड, कैथु, चौड़ा मैदान, एजी ऑफिस, अनाडेल व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शामिल है, जिसके प्रभारी अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) अजीत भारद्वाज होंगे।
उन्होंने बताया कि सैक्टर-3 में टूटीकंडी बाईपास से शोघी, चक्कर, बालूगंज, टूटु, जतोग, नाभा, फागली, खलीणी, बीसीएस, न्यू शिमला, विकास नगर, पंथाघाटी व मैहली शामिल हैं, जिसके प्रभारी उपमण्डलाधिकारी शिमला (शहरी) भानू गुप्ता होंगे। सैक्टर-4 में डीसी ऑफिस, ओकओवर, राज भवन, बैनमोर, यूएस क्लब, रिज, जोधा निवास, होलीलॉज, जाखू, रिच माउंट, रामचन्द्र चौक, कमला नेहरू अस्पताल व उच्च न्यायालय शामिल है, जिसकी प्रभारी अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा होंगी।
सैक्टर-5 में हिमाचल प्रदेश सचिवालय, छोटा शिमला, ब्रॉकहॉस्ट, कसुम्पटी-पंथाघाटी शामिल है, जिसके प्रभारी अतिरिक्त उपायुक्त शिमला अभिषेक वर्मा होंगे।उन्होंने लोक निर्माण विभाग व नगर निगम शिमला को लेबर, जेसीबी व स्नो कट्टर संवेदनशील स्थानों पर तैयार रखने के निर्देश दिए ताकि जन जीवन प्रभावित न हो और यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चले। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, नगर निगम शिमला व राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को बेहतर समन्वय स्थापित करने का आह्वान किया ताकि सड़कों के रख-रखाव में कोई दिक्कत उत्पन्न न हो।
उपायुक्त ने जल शक्ति विभाग व एसजेपीएनएल के अधिकारियों से सीधा संवाद स्थापित किया और पेयजल व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने विद्युत विभाग को हर स्थिति के लिए तैयार रहने का आह्वान किया ताकि बर्फबारी के दौरान विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर शीघ्र बहाल की जा सके।
उन्होंने पुलिस, होमगार्ड व एनडीआरएफ से बर्फबारी के दौरान सैलानियों के हजुम, जोकि क्रिसमस व नव वर्ष के दौरान आने की अपेक्षा है, उन्हें संभालने व इसके दृष्टिगत आपातकालीन योजना पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि वे बर्फबारी से निपटने के लिए 108 एम्बुलेंसों में चैन लगाने का प्रावधान करें ताकि आपातकालीन स्थिति में रोगियों को अस्पताल पहुंचाया जा सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने जिला के दुर्गम व अति दुर्गम क्षेत्रों जैसे डोडरा क्वार, रामपुर उपमंडल के पन्द्रहबीश व काशापाट में खाद्य आपूर्ति स्टॉक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए ताकि स्थानीय लोगों को बर्फबारी के दौरान राहत मिल सके।
आदित्य नेगी ने अग्निशमन विभाग को जिला में वाटर हाइड्रेंट की स्थिति जांचने के आदेश दिए ताकि आगजनी की घटनाओं में स्थिति से निपटने के लिए पूर्ण रुप से सक्षम हो सके। अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा ने बैठक का संचालन किया और उपस्थित अधिकारियों से परस्पर संवाद स्थापित कर उनके संशय दूर किए।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) अजीत भारद्वाज, समस्त उपमण्डलाधिकारी, अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित रहे।