हिम न्यूज़,ऊना- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अतंर्गत आज जिला ग्रामीण विकास अभिकरण ऊना द्वारा डीआरडीए हॉल ऊना में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता उप निदेशक डीआरडीए संजीव ठाकुर ने की।
उन्होंने बताया कि हाल ही में ऊना जिला के बंगाणाए गगरेट व ऊना विकास खंडों के 5ए220 हैक्टैयर क्षेत्र के लिए आठ माईक्रो वाटर शैड परियोजनाएं स्वीकृति की गई हैए जिसके तहत प्रति हैक्टेयर 28 हज़ार रूपये की लागत से कुल 14ण्61 करोड़ रूपये व्यय किए जाएंगे। इस परियोजना में जल शक्तिए कृषि व उद्यान विभाग मिलकर कार्य करेंगे।
संजीव ठाकुर ने बताया कि उपरोक्त विकास खंडों में 27.30 जून तक 4 दिवसीय जलायन अभियान आरंभ किया जाएगाए जिसमें पौधा रोपणए जल संग्रहणए जल स्रोतों की क्लोरिनेशन आदि कार्य किए जाएंगे। उन्होंने इस कार्य के लिए संबंधित विभागों को महिला मंडलोंए पंचायत प्रतिनिधियों व स्वयं सहायता समूहों की सहभागिता सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
कार्यशाला में इंडकेयर ट्रस्ट की कार्यकारी प्रबंधक डॉण् रीवा सूद ने कार्यशाला में आधुनिक खेती के साथ.साथ औषधीय पौधों की खेती करने पर चर्चा कीए ताकि अधिक से अधिक किसान नकदी फसलों को अपनाये और अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ कर सके।
मेहर सिंह फाउंडेशन कांगड़ा के बोटनिस्ट डॉण् सुखबीर सिंह ने बताया कि ऊना की जलवायु के अनुसार किसान व बागवान कम लागत वाले औषधीय पौधों की पैदावार से एक अच्छी आमदनी अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसान कालमेए रोजमैरीए अफ्रीकन गेंदाए बबूलए तुलसीए कपूर व लेमन तुलसी आदि की खेती कर इंकम के साधन बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा कम सिंचाई वाले क्षेत्रों में अडूसाए पीयावासाए कालावासा जैसे पौधों की खेती कर सकते हैं जिसकी साल में दो या तीन बार कटाई की जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि इन औषधीय पौधों की फार्मा उद्योगों में काफी मांग है। उन्होंने कहा कि पौधों से बायो फैंसिंग कर किसान अपनी फसलों को जंगली जानवरों से बचा सकते हैं।
इस अवसर पर डीएफओ मृत्युजय माधवए अधीक्षण अभियंता जल शक्ति विभाग अरविंद सूदए अधिशाषी अभियंता नरेश धीमानए उपनिदेशक कृषि कुलभूषणए उप निदेशक उद्यान अशोक धीमानए बीडीओ बंगाणा यशपाल सिंह परमारए बीडीओ ऊना रमनबीर चौहानए जिला पंचायत अधिकारी श्रवण कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे।