क्षय रोग के उन्मूलन पर स्कूलों व पंचायतों में विशेष अभियान

हिम न्यूज़, करसोग : क्षय रोग के उन्मूलन के लिए करसोग क्षेत्र के स्कूलों और ग्राम पंचायतों में विशेष अभियान चलाकर क्षय रोगियों की पहचान की जाएगी और उन्हें उचित उपचार व देखभाल उपलब्ध करवा इस रोग को जड़ से खत्म किया जाएगा। यह बात एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर ने क्षय रोेग के संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर आज यहां आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहीं।

उन्होंने कहा कि क्षय रोग के उन्मूलन के लिए क्षेत्र के स्कूलों और पंचायतों में विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें आशा वर्कर्ज, आगनबाड़ी वर्कर्ज और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षय रोग पहचान अभियान के अन्तर्गत क्षय रोगियों की पहचान कर, उन्हें उपचार के साथ-साथ उचित प्रोटीन युक्त आहार उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि इस रोग को पूरी तरह से समाप्त कर प्रदेश को क्षय मुक्त बनाया जा सके।
एसडीएम ने कहा कि क्षेत्र में क्षय रोग के लगभग 86 सक्रिय (एक्टिव) मामले है, जिनका स्वास्थ्य विभाग द्धारा उपचार किया जा रहा है।

एसडीएम करसोग ने कहा कि प्रदेश में क्षय रोेग के खात्में के लिए हम सभी को आगे आने आवश्यकता है। सभी के आपसी सहयोग से ही इस रोग को प्रदेश में खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्षय रोेग के मरीजों को उचित देखभाल व रोग के निदान के लिए हमें आगे आकर क्षय रोग के मरीजों को गोद लेना चाहिए। उन्होंने क्षेत्र के स्वयंसेवियों व अन्य सक्षम लोगों से आग्रह किया कि क्षय रोेग के पूरी तरह से उन्मूलन के लिए वे, आगे आए और एक-एक मरीज को गोद लेकर उसे उचित पोषक आहार, आवश्यक सप्लीमेंट व न्यूट्रेशन आदि उपलब्ध करवाने में अपना सहयोग प्रदान करे।

उन्होंने कहा कि प्रशासन का यह प्रयास होगा कि क्षेत्र में क्षय रोग के कुल एक्टिव मरीजों को समाजसेवियों के सहयोग से पूरी तरह से ठीक कर क्षय रोग के शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल किया जाएगा, इसके लिए सभी विभागों के सामूहकि प्रयास आवश्यक है।

उन्होंने क्षेत्र के लोगों से भी आहवान किया है कि एक सप्ताह से अधिक समय तक खांसी होने और बलगम आने की स्थिति में अपने बलगम की जांच करवाएं ताकि इस रोग का समय पर पता चल सके और लक्षण पाए जाने पर समय पर इसका उपचार शुरू हो सके। उन्होंने कहा कि यह रोग पूरी तरह से ठीक होने वाला रोग है और डाॅट्स की मदद से इससे पूरी तरह से छुटकारा पाया जा सकता है। जिसके लिए समय पर इसकी जांच और उपचार शुरू होना आवशक है।

एसडीएम ने कहा की खांसी होने या फिर बलगम आने पर इसकी जांच स्वयं व्यक्ति अस्पताल पहुंच कर करवा सकता है या फिर क्षेत्र में कार्यरत आशा वर्कर्ज के सहयोग से भी इसकी जांच करवाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस रोग को छुपाए नहीं बल्कि समय पर इसकी जांच करवा इसका निदान पाए।
बैठक में खंड स्वास्थ्य अधिकारी करणजीत सिंह, सहायक आयुक्त विकास एवं बीडीओ करसोग अमित कल्थाईक और विभिन्न विभागों के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।