Breaking
दावा करते हैं आय के संसाधन बढ़ाने के और महीनें में तीन-तीन बार क़र्ज़ ले रही है सरकार : जयराम ठाकुर          सुल्तानपुर गर्ल्स स्कूल में  मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचन सहभागिता कार्यक्रम         वर्तमान सरकार ने लिखा जन कल्याण का नया अध्यायः जगत सिंह नेगी         मंडी जिला के कुछ मतदान केंद्रों के भवनों में परिवर्तन         सभी स्वास्थ्य संस्थानों में गुणात्मक स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध करवाना जरूरी-एल.आर. वर्मा         मैडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की ओर चलने वाले वाहनों का मार्ग डाईवर्ट-सुमित खिमटा         निर्वाचन आयोग के ऐप्स का हो व्यापक प्रचार-प्रसार: मनीष गर्ग         21542 सैन्य जवानों को ई-ट्रांसमिशन से मिलेंगे पोस्टल बैलेट: डीसी         मतदान में शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित बनाने को लेकर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू         जिभी में 'शोभला सराज' पर्यटन उत्सव         बरशैणी फीडर की मुरम्मत, बिजली रहेगी गुल         जनता देगी जवाब, बागियों की हार निश्चित : कांग्रेस         जेल में रहकर भी कुर्सी का मोह नहीं छोड़ पा रहे केजरीवाल: अनुराग ठाकुर         डीसी की अपील, लोकतंत्र के लोकपर्व में सब हों सम्मिलित         चुनाव प्रक्रिया में विज्ञापन का प्रमाणीकरण आवश्यक - मुकेश रेपसवाल         ज़िला दंडाधिकारी मुकेश रेपसवाल ने धारा 144 के तहत जारी किए आदेश          युवाओं को समझाया मतदान का महत्व         अतिरिक्त उपायुक्त ने की आधार कार्ड को अपडेट करने की अपील         कांगड़ा जिला में चुनावी व्यय पर रहेगी कड़ी निगरानी: डीसी         बीजेपी नेता रवि ठाकुर के ऊपर हुए हमले की निंदा

हिमाचल में 300 जल भण्डारण का किया जाएगा निर्माणः वन मंत्री

हिम न्यूज़, शिमला:  वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने आज वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से जल भण्डारण योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

वन मंत्री ने कहा कि योजना के तहत प्रदेश में 300 जल भण्डारण संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इनके निर्माण से भूमि में जलस्तर बढ़ने के साथ-साथ जल संरक्षण भी होगा तथा जल भण्डारण संरचनाओं के निर्माण से वनों में उपस्थित वनस्पति को भी लाभ मिलेगा। वन अग्नि रोकथाम में भी इन जल भण्डारण संरचनाओं का उपयोग किया जाएगा। साथ ही इनके निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।

राकेश पठानिया ने कहा कि वन विभाग में चलाए जा रहे विभिन्न बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं के तहत स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाए तथा अनुभव हेतु विभिन्न संस्थानों में भेजा जाएगा।

प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन बल प्रमुख अजय श्रीवास्तव, राज्य वन निगम के प्रबन्धन निदेशक डॉ. पवनेश, क्षेत्रीय मुख्य अरण्यपाल, अरण्यपाल एवं वन मण्डलाधिकारी भी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।