हमीरपुर 31 मई। हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के समन्वयक नवीन शर्मा ने कहा है कि राज्य में युवाओं के कौशल विकास एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर 175 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इनमें से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में 70 करोड़ और डिग्री कालेजों में 40 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जा रही है। जिला हमीरपुर के लिए भी 7 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मंगलवार को उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी में महिलाओं के लिए आयोजित 7 दिवसीय खाद्य प्रसंस्करण तथा मूल्यवद्र्धन प्रशिक्षण शिविर का समापन करते हुए नवीन शर्मा ने यह जानकारी दी। इस शिविर में क्षेत्र की पांच ग्राम पंचायतों बलेटा, सासन, झनियारी, नेरी और अमरोह की लगभग 40 महिलाओं को स्क्वैश, चटनी और अचार इत्यादि उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
नवीन शर्मा ने बताया कि कौशल विकास निगम के माध्यम से अभी तक प्रदेश भर के50 हजार से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी में भी खाद्य प्रसंस्करण तथा मूल्यवद्र्धन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए 7 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के कौशल विकास के लिए कई सराहनीय निर्णय लिए हैं। हुनरमंद युवाओं की पहचान और उन्हें पर्याप्त अवसर मुहैया करवाने की दिशा में सरकार के इन निर्णयों के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। नवीन शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार का 8 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर शिमला में राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम का आयोजन करना हिमाचल प्रदेश के लिए गौरव की बात है।
इससे पहले महाविद्यालय के डीन डॉ. कमल शर्मा ने नवीन शर्मा का स्वागत करते हुए कहा कि युवाओं और महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए कौशल विकास निगम सराहनीय योगदान दे रही है।
उन्होंने बताया कि महाविद्यालय परिसर में आयोजित शिविर के दौरान प्रोफेसर डॉ. प्रीति, डॉ. आरसी शर्मा, डॉ. पीसी शर्मा, डॉ. मोना, डॉ. रेखा, डॉ. साक्षी और डॉ. शिवानी के अलावा एमएससी एवं बीएससी के विद्यार्थियों ने महिलाओं को प्रशिक्षित किया। शिविर के समापन अवसर पर भाजपा नेता दिलबाग सिंह, जगरनाथ सिंह, पवन कुमार, ओम प्रकाश शुक्ला, बालकृष्ण शर्मा, डॉ. कमल, डॉ. सोम दत्त, कौशल विकास निगम की जिला समन्वयक मीनाक्षी ठाकुर और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।