एआईयू के ऐतिहासिक 99वें वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल

हिम न्यूज़ धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने भारतीय विश्वविद्यालय संघ के ऐतिहासिक 99वें वार्षिक सम्मेलन एवं राष्ट्र की सेवा में एआईयू के 100 वर्षों के ऐतिहासिक योगदान के उपलक्ष्य में आयोजित भव्य समारोह में उपस्थित रहे। “भविष्य की उच्च शिक्षा की परिकल्पना: भारत की महत्वपूर्ण भूमिका” विषय पर इस समारोह का आयोजन नोएडा के एमिटी विश्वविद्यालय में भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) द्वारा आयोजित कुलपतियों की 99वीं वार्षिक बैठक और राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी ने किया। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम एआईयू की राष्ट्र के प्रति 100 वर्षों की सेवा का उत्सव था, जिसमें चार सौ से अधिक कुलपति भारत की उच्च शिक्षा प्रणाली के भविष्य को आकार देने के लिए एक साथ मंच पर आए।

इस मौके पर कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि शैक्षणिक उत्कृष्टता, दूरदृष्टि और नेतृत्व का यह एक एक गौरवपूर्ण अवसर रहा। हमारा विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में देश का अग्रणी संस्थान रहा है। अगर हमें A+ ग्रेड प्राप्त हुआ है, तो उसका श्रेय राष्ट्रीय शिक्षा नीति को समर्पणपूर्वक लागू करने के प्रयासों को जाता है। वर्तमान सरकार द्वारा जारी की गई राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति एक प्रगतिशील और भविष्योन्मुखी दस्तावेज़ है जिसका उद्देश्य शिक्षा को अधिक समावेशी, समग्र और बहुविषयक प्रकृति का बनाना है। साथ ही, राष्ट्रीय शिक्षा नीति को पूरे देश में लागू करने का प्रयास करते समय यह भी ध्यान रखना होगा कि शिक्षा की गुणवत्ता पर खंडित रूप में विचार न किया जाए, बल्कि अधिक समग्र और साथ ही अधिक विस्तारित रूप में विचार किया जाए।

युवाओं के अंदर स्व का भाव जागरित करना बहुत जरुरी है। जब युवा के अंदर स्व का भाव जागृत होगा, प्रवृत होगा, प्रतिष्ठित होगा, और श्रेष्‍ठता के उस उच्च स्तर तक जाने के लिए उस स्व का बोध होना उस युवाशक्ति में जरुरी होगा और जिसे शिक्षा के माध्‍यम से पूरा किया जा सकता है। इस मौके पर उन्होंने शिक्षा की भूमिका को मानवता की दृष्टि से समझाते हुए कहा कि हमारा प्रयास बेस्ट माइंड्स तैयार करना है जो आत्मनिर्भर और एकात्म मानवतावाद से प्रेरित हों। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएचपी) ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इंडियन इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (IIRF) 2025 द्वारा जारी नवीनतम रैंकिंग में विश्वविद्यालय को देश के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों में आठवां स्थान प्राप्त हुआ है।