61 स्कूलों में वर्षा जल संग्रहण संयंत्रों का किया शुभारंभ
हिम न्यूज़ हमीरपुर- केंद्रीय सूचना प्रसारण युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज के 61 स्कूलों में वर्षा जल संग्रहण संयंत्रों का शुभारंभ किया। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) हमीरपुर के परिसर में शुभारंभ के साथ-साथ जिला के 60 अन्य स्कूलों का भी वर्चुअल माध्यम से वर्षा जल संग्रहण संयंत्रों का उद्घाटन किया। इन संयंत्रों का निर्माण आईसीआईसीआई फाउंडेशन द्वारा कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व योजना के तहत किया गया है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी अभियान को सफल बनाने के लिए विद्यार्थी बहुत जागरूक होते हैं। समाज में बदलाव के लिए बच्चे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से स्वच्छता, जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण करने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में बच्चे स्वच्छता के प्रति जागरूक हो चुके हैं। वे किसी भी वस्तु को खुले में नहीं फैंकते। सबसे बड़ा बदलाव बच्चों में ही आया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार एक महिला के शिक्षित होने पर उसका लाभ पूरे परिवार को मिलता है, उसी प्रकार बच्चे भी अपना हर अनुभव घर में शेयर करते हैं इससे जागरूकता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि जल हमारे जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है और इसका संरक्षण करना हम सबका दायित्व है। पानी की गुणवत्ता सही होगी तो हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि वर्षा जल संग्रहण एवं जल संरक्षण के लिए फाउंडेशन ने बहुत ही सराहनीय प्रयास किया है। इससे न केवल वर्षा के जल को संग्रहित किया जाएगा, बल्कि इसे ट्रीट करके उपयोग में भी लाया जा सकेगा। अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य पर देश के सभी जिलों में 75-75 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने आईसीआईसीआई फाउंडेशन से आग्रह कि वह जिला हमीपुर के कम से कम 75 स्कूलों में वर्षा जल संग्रहण संयंत्र स्थापित करने की दिशा में कार्य करें। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमें विशेषकर बच्चों को अपने अधिकारों के साथ-साथ देश एवं समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के प्रति भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। पानी का मोल पहचानें और इसके महत्व को समझें तथा अपनी आम दिनचर्या में इसके सदुपयोग का विशेष ध्यान रखें। जल संरक्षण प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। पानी को बचाने के लिए हम सबको प्रयास करने होंगे।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक विद्यार्थी इस बार बरसात के सीजन में कम से कम एक-एक पौधा अवश्य लगाएं तथा उसकी देखभाल का जिम्मा भी उठाएं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में प्रतिवर्ष लाखों लोग यहां की खूबसूरती तथा स्वच्छ वातावरण का आनंद उठाने के लिए आते हैं। इसे कायम रखना प्रत्येक हिमाचलवासी का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि जंगलों को आग से बचाने के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ-साथ आम लोग भी अपना सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि जंगलों में आग एक बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है। इससे केवल पेड़-पौधों का ही नुक्सान नहीं होता, अपितु असंख्य जीव-जंतु भी नष्ट हो जाते हैं। अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि चीड़ की पत्तियां जंगलों में आग का बहुत बड़ा कारण है। इन पत्तियों के एकत्रीकरण और इनसे कई उत्पाद तैयार करने की दिशा में कार्य किया जाना चाहिए। इससे जंगलों में आग नहीं लगेगी और स्थानीय लोगों को भी काफी लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने ब्वायज स्कूल की प्रधानाचार्य को स्कूल परिसर या इसके आस-पास के क्षेत्रों का चयन करके वहां स्वच्छता अभियान चलाकर उस क्षेत्र को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के निर्देश दिए। केंद्र सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि नवीनतम प्रौद्योगिकी एवं डिजिटल इंडिया अभियान के माध्यम से सरकारी कार्यों में दक्षता, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हो रही है। इससे देश के विकास को बल मिला है। इससे सरकार की योजनाओं का लाभ सीधा आम आदमी तक पहुंच रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना संकट से बखूबी निपटने के साथ-साथ करोड़ों लोगों के लिए मुफ्त वैक्सीन की व्यवस्था से पूरे विश्व में भारत का मान बढ़ा है। देश की करोड़ों महिलाओं को रसोई के धुएं से निजात दिलाने के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन जारी किए गए। इसी प्रकार स्वच्छ भारत मिशन और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के कारण आम लोगों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे पानी, बिजली और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें।