हिम न्यूज़ कुल्लू- बीते दिन मनाली विधानसभा क्षेत्र के सोलंग गांव में दो बच्चे ब्यास नदी में बह गए थे जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और दुःखद घटना है। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर तुरंत से शवगृह पहुंचकर चिकित्सकों को जल्द से पोस्टमोर्टम करने को कहा। उन्होंने इस संबंध में औपचारिकताएं पूर्ण करवाकर शवों को परिजनों को सौंपने को कहा। इसके उपरांत गोविंद ठाकुर परिजनों के घर पहंुचे और शोकाकुल परिजनों के साथ संवेदनाएं प्रकट कीं।
उन्होंने कहा कि यह एक अपूर्णीय क्षति है जिसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती, लेकिन शासन और प्रशासन प्रभावित परिवारों के साथ है। गोविंद ठाकुर मंगलवार को पूरा दिन मोर्चरी तथा मृतक युवकों के गांव गोशाल व बठाड़ में शोक संतप्त परिजनों के साथ रहकर उन्हें सांत्वना देते रहे।
दुःखद घड़ी में राजनीति करना शर्मनाक
गोविंद ठाकुर ने कहा कि यह बेहद खेदजनक और निंदनीय है कि कांग्रेस पार्टी के लोग और नेता दुःख इस घड़ी में भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा ऐसे संवेदनशील मौकों पर प्रत्येक व्यक्ति को प्रभावित परिवारों को ढ़ाढस बंधवाने का काम करना चाहिए। उन्होंने कहा राजनीति रोटियां सेकने के लिये और कई मंच होते हैं।
ठेकेदार से पुल के निर्माण में तेजी लाने के लिये विभाग को कड़े निर्देश
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2010 में उन्होंने सोंलग पुल को अपनी विधायक प्राथमिकता में डाला था और 2014 में इस पुल को बनाने की स्वीकृति मंजूर हुई। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2016 में इस पुल को बनाने का कार्य शुरू हुआ। पुल को बनाने के लिए पर्याप्त धन के बावजूद भी ठेकेदार की लापरवाही से यह तय समय के अंदर नहीं बना सका।
उन्होंने कहा कि जयराम सरकार के कार्यकाल के दौरान एक साथ 8 पुल लेफ्ट बैंक और 9वां पुल सोलंग नाला का शुरू किया था। इन 9 पुलों में से 6 पुल बनकर तैयार हो गए है और तीन पुल ऐसे है जो अभी तक तैयार नहीं हुए हं, जिनमें सोलंग नाला, जगतसुख और छाकी का पुल है।
उन्होंने कहा कि इन पुलों का अभी तक न बनाना ठेकेदार की लापरवाही है क्योंकि इन तीन पुलों का कार्य एक ही ठेकेदार के पास है। हालांकि ठेकेदार को 20 प्रतिशत की पेनल्टी भी लगाई गई है। बावजूद इसके भी ठेकेदार कार्य को तीव्र गति नहीं दे रहा है।
एक महीने में बैली पुल तैयार करने के निर्देश
गोविंद सिंह ठाकुर ने जिला प्रशासन को इस पुल का निर्माण कार्य जल्द पूरा करवाने को कहा। इसके साथ-साथ उन्होंने सोंलग गांव के लिये एक महीने के अंदर मोटर योग्य बैली ब्रिज बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कुछ लोगों सहित पत्रकार बंधुओं से अपील की है कि ऐसी संवेदनशील घटना में गलत तरीके से सनसनी नहीं फैलाई जानी चाहिए जिससे कि लोग सच्चाई से वंचित रह जाए।