किसानों बागवानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए एक मंच पर आकर संयुक्त रूप से एक ब्रांड के निर्माण की है आवश्यकता

हिम न्यूज़ शिमला। उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आज जिला निगरानी समिति की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें नार्बाड एवं अन्य एजेंसियों के अधीन बनी 34 किसान उत्पादक कंपनियों के कार्य की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान उपायुक्त ने बताया कि जिला शिमला के सभी फल एवं सब्जी उत्पादक किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है और नाबार्ड के माध्यम से हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिला के विभिन्न क्षेत्रों में नार्बाड के माध्यम से किसान उत्पादक कम्पनियां स्थापित की गई जो लगातार किसानों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण देने के साथ-साथ गुणात्मक किस्म के फल व सब्जियां उत्पादन करने में सहयोग कर रही है।

 

उन्होंने कहा कि जिला शिमला के किसानों बागवानों को अपने उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक मंच पर आकर संयुक्त रूप से एक ब्रांड के निर्माण की आवश्यकता है जिससे किसानों बागवानों के स्थानीय उत्पाद अधिक से अधिक बाजार तक पहुंचाए जा सके। उन्होंने कहा कि किसान उत्पादक कम्पनियां तीन सालों तक किसानों बागवानों को लगातार प्रशिक्षण तथा सहयोग करती रहती है। उन्होंने कहा कि जिन कम्पनियों को कार्य करते हुए तीन वर्ष हो चुके हैं, वे किसानों बागवानों के सहयोग से स्वंय को स्थापित करने के लिए कार्ययोजना तैयार करें ताकि कम्पनियों के साथ जुड़े किसान बागवान लम्बे समय तक लाभ लेकर समृद्ध हो सके। उन्होंने कहा कि सभी एफपीओ और सीबीबीओ आपसी तालमेल से काम करें ताकि शिमला जिला का किसान आगे बढ़ सके।

इस अवसर पर उपायुक्त ने संभाव्यतायुक्त ऋण योजना बुक 2025-26 का विमोचन भी किया। बैठक में नार्बाड से जिला विकास प्रबंधक शिमला कृष्ण कुमार, यूको बैंक के एलडीएम कुलवंत राय, उप निदेशक कृषि अजब कुमार नेगी, सहित एचपीएसआरएलएम, आत्मा, बागवानी, मत्स्य विभाग तथा सभी एफपीओ एवं सीबीबीओ उपस्थित रहे।