हिम न्यूज़ धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला के शिक्षा स्कूल में आई.सी.एस.एस.आर. की ओर से प्रायोजित 10- दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के अनुसंधान प्रविधि कार्यशाला का उद्घाटन धौलाधार परिसर–I में हुआ। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य सत प्रकाश बंसल मौजूद रहे। इस कार्यशाला का मुख्य विषय “नवीन शिक्षण विधियों, ई-कंटेंट निर्माण तथा सामाजिक विज्ञान में शोध हेतु कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) उपकरण और उनका उपयोग है। इस कार्यशाला के शुभारंभ पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. सत प्रकाश बंसल और समाजसेवी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. अविनाश राय खन्ना विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर मौजूद रहे।

यह कार्यशाला 13 नवम्बर से 22 नवम्बर 2025 तक आयोजित की जाएगी। कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। इसके पश्चात कार्यशाला के निदेशक प्रो. विशाल सूद द्वारा अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की गई । उन्होंने इस कार्यशाला की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह शोधकर्ताओं एवं छात्रों को आधुनिक एआई आधारित उपकरणों के उपयोग द्वारा शोध एवं शिक्षण में दक्ष बनाने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस पाठ्यक्रम में विशेषज्ञों के व्याख्यान, प्रायोगिक सत्र तथा संवादात्मक चर्चाएँ आयोजित की जाएंगी।
वहीं कार्यशाला के शुभारंभ के मुख्य अतिथि प्रो. सत प्रकाश बंसल ने अपने उद्घाटन भाषण में सामाजिक विज्ञान में शिक्षण पद्धतियों और शोध कार्यप्रणालियों को पुनः परिभाषित करने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की परिवर्तनकारी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रतिभागियों को एआई – आधारित नवाचारों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जिससे शोध अधिक समावेशी, डेटा-आधारित और वैश्विक स्तर पर प्रासंगिक बन सके। उन्होंने उच्च शिक्षा में डिजिटल साक्षरता और प्रौद्योगिकी के एकीकरण के बढ़ते महत्व पर भी प्रकाश डाला और शोधार्थियों को एआई का उपयोग सावधानीपूर्वक करने को प्रेरित किया। उन्होंने शिक्षा स्कूल द्वारा इस तरह के आयोजन करने के लिए बधाई दी।
विशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. नरेंद्र कुमार सांख्यान ने इस पहल की सराहना करते हुए नवोन्मेषी डिजिटल उपकरणों के माध्यम से शोध गुणवत्ता और अकादमिक सहयोग को सुदृढ़ बनाने बारे अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में वित्त अधिकारी प्रतिमा पठानिया, अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार सहित विश्वविद्यालय के अन्य गणमान्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन सह-पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. राजिंदर सिंह द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। जिसमें उन्होंने मुख्य अतिथि सहित अन्य सभी विशिष्ट अतिथियों तथा हिमाचल प्रदेश एवं देश के विभिन्न भागों से आए प्रतिभागियों तथा आयोजन समिति के सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।