हिम न्यूज़ करसोग। राज्य सरकार ने प्रदेश में बेटियों को सक्षम बनाने और उन्हें सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से अनेक कल्याणकारी योजनाएं शुरू की है। इन योजनाओं को महिला एवं बाल विकास परियोजना के माध्यम से संचालित कर बेटियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि प्रदेश की बेटियां व उनके अभिभावक अपने आप को असहाय महसूस न कर सके।
बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच में बदलाव के प्रयास
मुख्यमंत्री ठाकुर सुक्खविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में बेटी का जन्म होने पर, बेटी के प्रति परिवार व समाज में पाई जाने वाली नकारात्मक सोच व नकारात्मक दृष्टिकोण से उन्हें बाहर निकालने और बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच में बदलाव लाने के सकारात्मक प्रयास किए जा रहे है। जिसके दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं शुरू की गई है। इनमें मुख्य रूप से बेटी है अनमोल, मुख्यमंत्री शगुन योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना आदि शामिल है। इन सरकारी योजनाओं का लाभ करसोग क्षेत्र के पात्र लाभार्थी भी उठा रहे है।
करसोग में 42 बेटियां लाभान्वित
बेटियों के उत्थान व उन्हें सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने के दृष्टिगत करसोग क्षेत्र में बेटी है अनमोल योजना का प्रभावी कार्यन्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। उपमंडल में लगभग 42 बेटियों को योजना के अन्तर्गत लाभान्वित किया जा रहा है। बाल विकास परियोजना करसोग योजना का लाभ पात्र बेटियों तक पहुंचाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
21 हजार की एफडी बेटी के नाम
इस योजना के अन्तर्गत बीपीएल परिवार में जन्म लेने वाली दो बेटियों तक के जन्म पर राज्य सरकार द्वारा 21 हजार रुपये की सावधि यानि एफडी बेटी के नाम पर बैंक में जमा करवाई जाती है। 18 बर्ष की आयु पूर्ण करने के उपरांत उस एफडी को, वह बेटी ही निकाल सकती है। राज्य सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना से करसोग क्षेत्र के लोग लाभान्वित हो रहे है।
यह है उद्देश्य
बेटी है अनमोल योजना का मुख्य उद्देश्य परिवार तथा समुदाय में बेटी के जन्म पर, बेटी एवं माता के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण में बदलाव लाना, कन्या बाल विवाह पर रोक, बेटी के विद्यालय में दाखिले एवं शिक्षा जारी रखने हेतू प्रोत्साहन देना और उन्हें सशक्त व आत्मनिर्भर बनाना है। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा 12 अगस्त, 2021 से पहले जन्मी बेटियों को कक्षा प्रथम से स्नातक कक्षा उतीर्ण करने तक छात्रवृति भी प्रदान की जाती है।
जिला में बेटी बचाओ, बेटी पढाओ अभियान
बेटियों के घटते लिंगानुपात व उनकी शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के दृष्टिगत करसोग उपमंडल सहित समूचे जिला में बेटी बचाओ, बेटी पढाओ अभियान चलाया जा रहा है जो कि जिला प्रशासन की बेटियों के घटते लिंगानुपात व उनकी शिक्षा के स्तर में सुधार लाने की दिशा में एक नई पहल है।
बालिका जन्मोत्सव का आयोजन
इस पहल के अंतर्गत विभिन्न विभागों व आम जन-मानस की सामूहिक भागीदारी से समाज में जागरुकता लाकर उद्देश्य पूर्ति के प्रयास किए जा रहे हैं। अभियान के तहत लिंगानुपात में सुधार हेतु आंगनबाडी स्तर पर बालिका जन्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत गर्भावस्था के दौरान लिंग जांच करवाना कानूनी जुर्म है। लिंग जांच करने व करवाने पर सजा का प्रावधान है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी करसोग विपासा भाटिया का कहना है कि क्षेत्र की 42 बेटियों को बेटी है अनमोल योजना के तहत लाभान्वित किया गया है। आंगनबाडी कार्यकर्ताओं द्वारा आंगनबाडी स्तर पर लिंगानुपात में वृद्धि लाने और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने हेतु विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। ताकि प्रदेश सरकार की बेटियों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र बेटियों तक पहुंचाया जा सके।