आगजनी में वाद्य यंत्रों सहित राख हुए है देवताओं के गहने 

हिम न्यूज़ कुल्लू। जिला कल्लू के मुख्यालय ढालपुर के मैदान में जिस तरह से आग के चलते देवी देवताओं के टेंट को नुकसान पहुंचा। तो वहीं पांच दुकानों में रखा सामान भी जलकर नष्ट हो गया। ऐसे में अब प्रशासन को चाहिए कि वह तुरंत उनके लिए उचित व्यवस्था करें। पत्रकारों को जानकारी देते हुए जिला कुल्लू भाजपा महिला मोर्चा के प्रवक्ता खेमा दीपक ने बताया कि पहले दिन ही जिला प्रशासन के द्वारा यहां से देवी देवताओं के टेंट को हटाया गया जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने मौके पर पहुंचकर इस मामले को प्रशासन के समक्ष उठाया और देवी देवताओं को उनकी जगह पर ही स्थापित करने की बात प्रशासन के समक्ष रखी। हालांकि प्रशासन अपने अड़ियल रवैया पर अड़ा रहा। लेकिन देवी देवताओं के शिविर को मैदान से हटाने का निर्णय लेना बिल्कुल गलत है और इससे देव समाज में भी प्रशासन और सरकार के प्रति रोष व्याप्त है।

उन्होंने कहा कि बीती रात के समय जो आगजनी की घटना पेश आई। उसे देवी देवताओं का साजो सामान भी जलकर राख हो गया। तो वहीं कई देवी देवताओं के गहने भी आग की भेंट चढ़ गए। ऐसे में देवता के साथ आए हारियानों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खेमा दीपक ने जिला प्रशासन सरकार से मांग रखी थी जिन-जिन देवी देवताओं के वाद्य यंत्र जल गए हैं या फिर उनके गहनों को नुकसान पहुंचा है। उसकी भरपाई सरकार और दशहरा कमेटी से करनी चाहिए।

इसके अलावा हर साल देवी देवताओं के बैठने के लिए स्थान भी पहले से ही चिन्हित किया जाना चाहिए। देवी देवताओं से ही अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की शान है और इस तरह से देवी देवताओं को ढालपुर मैदान से हटाना बिल्कुल गलत है। आगामी समय में भी दशहरा उत्सव कमेटी को इस बात पर पहले ही निर्णय लेना चाहिए। ताकि देवता के साथ पैदल चलकर आए लोगो को दिक्कत का सामना न करना पड़े।