हिम न्यूज़, बिलासपुर : नेहरू युवा केंद्र बिलासपुर द्वारा आज भाषा एवं संस्कृति विभाग के सभागार में जिला बिलासपुर के ग्रामीण क्षेत्रों से आए युवाओं को रिसोर्स पर्सन के माध्यम से नशे से दूर रहने व आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए। इस कार्यशाला में 70 से अधिक ग्रामीण प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस एक दिवसीय कार्यशाला में बतौर रिसोर्स पर्सन हैंडबॉल कोच मनोज, हिमाचल पुलिस विभाग के एसआई ओम प्रकाश वह डीएलओ रेवती सैनी ने अपने विचार साझा किए।हैंड बाल कोच मनोज ने कहा कि नशा एक धीमा जहर है। इसके सेवन से मनुष्य का जीवन अंधकार में डूब रहा है। आज की युवा पीढ़ी तंबाकू उत्पाद, चरस, अफीम सहित अन्य नशीले पदार्थो का इस्तेमाल कर रही है।
नशे की लत युवाओं को पथभ्रष्ट कर रही है। नशा न केवल व्यक्ति का शारीरिक व मानसिक नुकसान करता है बल्कि उसके परिवार को भी पतन की ओर धकेल देता है। समाज में अपराध की मुख्य वजह नशा ही माना गया है। पहले तो युवा स्कूल व कॉलेज में बीड़ी, सिगरेट व गुटखा का सेवन मस्ती करने के लिए करते हैं लेकिन बाद में इनकी लत लग जाती है। कुछ तो शराब, चरस व अफीम के इतने आदी हो जाते हैं कि इनसे छुटकारा पाना उनके लिए मुश्किल होता है। नशा चाहे किसी भी प्रकार का हो इससे मानसिक व शारीरिक नुकसान पहुंचता है। युवाओं को मादक पदार्थो का सेवन करने से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कियुवाओं में खेलों के प्रति रुचि उन्हें नशे से दूर रखने में सहायक होती है। आज का युवा खेलों में रुचि लेकर नशे से बच सकते हैं, हम सबका यह नैतिक कर्तव्य बनता है कि युवाओं को खेलों की तरफ ध्यान लगाकर नशे से मुक्ति लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि आपसी सहयोग व एकजुटता से ही युवा वर्ग को नशे की प्रवृति से दूर रखा जा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने सभी से जिला बिलासपुर को नशा मुक्त करने की अपील की।
कार्यशाला के अंतिम सेशन के दौरान जिला पुलिस में कार्यरत एएसआई ओमप्रकाश ने सभी युवक-युवतियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए। इस दौरान युवक-युवतियों को कराटे के विभिन्न स्टेप्स नी किक, स्टेट किक ड्रॉप किक, हाई पंच, मिडल पंच, लोअर पंच, साइड ब्लॉक, टाइगर पंच और अंडर ब्लॉक की जानकारी दी गई। ओम प्रकाश ने कहा कि आत्मरक्षा के गुर सीखने से व्यक्ति में शारीरिक और मानसिक विकास होता है। जो कि व्यक्ति को नशे से दूर भी करता है।