हिम न्यूज़ शिमला। व्यवस्था परिवर्तन की सरकार भाजपा की योजनाओं का श्रेय लेने का प्रयास कर रही है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक बलबीर वर्मा ने कहा जिस स्टार्टअप योजना की बात कांग्रेस सरकार के नेता कर रहे हैं वह स्टार्टअप योजना के अंदर सबसे ज्यादा योगदान केंद्र सरकार का है और अगर केंद्र सरकार की स्वावलंबन योजना को इस योजना के साथ ना मिलाया जाए तो यह कभी धरातल पर नहीं उतरेगी।
उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन, जनता को परेशान करने की रणनीति है और कोई भी नया कार्य प्रदेश सरकार अपने दम पर नहीं कर रही है। वर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड के लिए उचित फंड नहीं, हिम केयर योजना के अंतर्गत 120 करोड़ से अधिक की राशि को रोकना और आज आईजीएमसी व प्रदेश भर में जहां क्रसना लैब के माध्यम से टेस्ट किए जाते थे उनके 50 करोड़ से अधिक पैसे रोक दिए गए हैं. जिसके कारण इस लैब ने आज काम करना बंद कर गई है।
गौरतलब है कि यह वही क्रसना लैब है जिसे जन सुविधा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की भाजपा सरकार ने जनता के लिए टेस्ट सस्ते दामों पर करने और प्रदेश की बालिकाओं के लिए 142 टेस्ट फ्री किए थे ।आज यह लैब चल नहीं रही है और जनता को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है अस्पतालों में लंबी लाइन लगी है।शायद आज प्रदेश की जनता सुकखु सरकार की व्यवस्था परिवर्तन की भुक्तभोगी बन रही है।
प्रदेश की सरकार पिछले एक साल से एक ही रोना रोये जा रही है कि केन्द्र की सरकार प्रदेश की सहायता नहीं कर रही है, प्रदेश सरकार को ये नहीं भूलना चाहिए कि केंद्र ने जल जीवन मिशन में 4200करोड़, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में 2300 करोड़ से ऊपर, हिमाचल में जो आपदा आई थीं उसमें 1782 करोड़ व विभिन्न कार्यों में केंद्र ने प्रदेश सरकार को करीब 5000 करोड से अधिक की सहायता राशि भेजी। गौरतलब है कि यदि केन्द्र ये पैसा हिमाचल सरकार को न भेजे तो प्रदेश में दौड़ रही मत्रियों की गाड़ियों के पहिये थम जाएंगे।
प्रवक्ता बलवीर वर्मा ने कहा कि इस प्रकार घड़ियाली आंसू बहा कर हिमाचल की जनता की भावनाओं से खेलने का प्रयास न करें। क्यूंकि आज यहाँ कि जनता आज चुकी है कि कांग्रेस ने प्रदेश की जनता को ठगा है। लोकसभा चुनावों में जनता इनकी एक एक झूठी गारंटी का जवाब अपने वोट के माध्यम से देगी।