अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली में किए गये छात्रों के निलंबन पर एस एफ आई की बैठक

हिम न्यूज़, शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी ने दिल्ली (AUD) के तीन छात्रों नादिया, अनन और हर्ष के अवैध निष्कासन के खिलाफ प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि 

यह मामला AUD के करमपुरा परिसर में घटित एक गंभीर घटना से जुड़ा है, जहां एक महिला छात्रा को उसके सहपाठियों द्वारा प्रताड़ित किया गया मानसिक उत्पीड़न के चलते छात्रा ने नाफ्थलीन की गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। इस घटना को उजागर करने वाले और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग करने वाले छात्र नादिया, अनन और हर्ष को ही दो सेमेस्टर के लिए निलंबित कर दिया गया, यह कहते हुए कि उन्होंने विश्वविद्यालय की छवि को नुकसान पहुंचाया है। जबकि कुछ प्रताड़ित करने वाले छात्रों के निलंबन को वापस ले लिया गया है परन्तु नादिया, अनन और हर्ष को आज भी कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई है। निलंबन को एक महीना से अधिक हो चुका है।

 

एसएफआई हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि यह सिर्फ AUD में छात्रों की आवाज़ को दबाने की यह घटना कोई अलग मामला नहीं है। बल्कि हैदराबाद विश्वविद्यालय से लेकर TISS, JNU से लेकर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) और हिमाचल प्रदेश के राजकीय महाविद्यालय संजौली कॉलेज में भी इसी तरह छात्र कार्यकर्ताओं को निष्कासित करने का काम किया गया। यह एक संगठित राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है जिसका उद्देश्य असहमति, आलोचनात्मक सोच और छात्र लोकतंत्र को खत्म करना है।”

AUD में हमारे छात्र कार्यकर्ताओं को निलंबित हुए एक महीना हो चुका है, जबकि प्रताड़ित करने वाले छात्र आज़ादी से कैंपस में घूम रहे हैं।

SFI हिमाचल प्रदेश विश्विविद्यालय राज्य कमेटी यह मांग करती है कि नादिया, अनन और हर्ष का निलंबन तुरंत वापस लिया जाए और AUD प्रशासन छात्रों का अवैध निष्कासित करने का तानाशाह रवैया बंद करें।