हिम न्यूज़,रिकांगपिओ-उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने पोषण अभियान के तहत आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जिले में जनवरी, 2022 में 30 बच्चे अति कुपोषित व 55 बच्चे अल्प कुपोषित चिन्हित हुए थे जिन्हें उचित पौष्टिक आहार व स्वास्थ्य देखभाल प्रदान की गई जिसके परिणामस्वरूप अब जिले में अति कुपोषित बच्चों की संख्या व अल्प कुपोषित बच्चों की संख्या 34 रह गई है।
उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के किन्नौर स्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में तैनाति अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों की नियमित रूप से लंबाई व वजन का माप सुनिश्चित बनाएं ताकि विश्व स्वास्थ्य संगंठन के मानकों पर खरा न उतरे बच्चों को उचित स्वास्थ्य देखभाल व पौष्टिक आहार प्रदान किया जा सके।
बैठक में बताया गया कि हर माह 15 व 16 तारीख को आंगनवाड़ी केंद्र पर 0-6 आयु वर्ग के बच्चों की लंबाई व वजन की जांच की जाती है। जांच में जो बच्चे अति कुपोषित व अल्प कुपोषित श्रेणी में पाए जाते हैं उनकी स्वास्थ्य विभाग के चिक्तिसकों द्वारा हर माह 22 तारीख को चिकित्सा जांच की जाती है।
इस पर नजर रखने के लिए समीक्षा बैठक उपमण्डलाधिकारी की अध्यक्षता में बी.एम.ओ व सी.डी.पी.ओ के साथ हर माह 24 तारीख को आयोजित की जाती है तथा इसके उपरान्त उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय कमेटी जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी शामिल हैं की बैठक 26 तारीख को आयोजित की जाती है।
बैठक में बताया गया कि जिले में अति कुपोषित तथा अल्प कुपोषित बच्चों को वर्तमान में सत्तु, जिसे चूली तेल, बादाम, अखरोट, गुड़, काले चने व सोयाबीन के मिश्रण से तैयार किया गया है दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में ऐसे बच्चों को प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित अंडा, केला, दूध व जो बच्चें अंडा नहीं खाते हैं उन्हें पनीर दिया जाएगा ताकि ये बच्चे तंदरूस्त हो सकें।
उपायुक्त ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना के तहत जिला स्तरीय टाॅस्क फोर्स की बैठक की भी अध्यक्षता की। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को सरकार के निर्देशानुसार उचित कार्यन्यवन सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए।
बैठक की कार्यवाही का संचालन जिला कार्यक्रम अधिकारी विनोद कुमार गौतम ने किया।
इस अवसर पर उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण जयवंती ठाकुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. रोशन लाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल स्वास्थ्य डाॅ. अन्वेषा, जिला नियंत्रक खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति मामले आदित्य बिंद्रा, बी.एम.ओ सांगला डाॅ. वैंकेट नेगी, बी.एम.ओ पूह डाॅ. विद्यासागर, ए.सी खाद्य सुरक्षा देवेंद्र व अन्य उपस्थित थे।