केंद्रीय विवि के कश्मीर अध्ययन केंद्र के शोधार्थी प्रवीन कुमार उत्कृष्ट शोध पत्र के लिए सम्मानित 

 हिम न्यूज़ धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कश्मीर अध्ययन केंद्र से शोधार्थी प्रवीन कुमार को  मध्यप्रदेश लोक कला एवं बोली विकास अकादमी द्वारा उत्कृष्ट शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए सम्मानित किया गया। विशेषज्ञ समिति ने उत्कृष्ट शोध पत्र के लिए शोधार्थी को दस हजार रुपये के पुरुस्कार तथा ‘वंश वृक्ष’ के प्रतीक रूप में ‘ पीतल वट वृक्ष’ का पीतल धातु से निर्मित विशिष्ट स्मृति चिन्ह के देकर सम्मानित किया । शोधार्थी के शोध पत्र के प्रस्तुतीकरण की देशभर से आए हुए सभी विद्वानों द्वारा विशेष रूप से सराहना की गई।

जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी, मध्यप्रदेश द्वारा महेश्वर में दिनांक 15-17 नवंबर 2024 को आयोजित ‘गोत्र : उद्भव मान्यता और प्रतीक’ विषयक इस संगोष्ठी में प्रवीन कुमार ने ‘जम्मू कश्मीर की गुज्जर बकरवाल जनजाति में गोत्र परम्परा’ के प्रचलन पर आधारित अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। भारतीय संस्कृति में गोत्र की परंपरा से संबंधित अपने आप में यह एक विशिष्ट विषय रहा तथा यह संगोष्ठी इस तरह के महत्वपूर्ण विषय पर अकादमिक स्तर से शोध अध्ययनों व संगोष्ठियों के आयोजन की दिशा में प्रेरित करती है।

हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल, अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार, कश्मीर अध्ययन केंद्र में शोधार्थी के शोध पर्यवेक्षक प्रो. मलकीत सिंह तथा डॉ. जयप्रकाश सिंह ने प्रवीन कुमार को उनकी इस विशिष्ट उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं प्रदान की।