‘राधे-राधे’ बना देशभर में चर्चा का विषय

हिम न्यूज़ धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इन दिनों ‘राधे-राधे’ अभिवादन को लेकर देशभर में चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाओं और भाजपा के राजनीतिक हमलों के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मंच से ‘राधे-राधे’ और ‘राम-राम’ के नारे लगाए। दरअसल, बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुक्खू धर्मशाला में कुछ स्कूली बच्चों से मुलाकात कर रहे थे। इस दौरान बच्चों ने उनके पांव छूने के बाद ‘राधे-राधे’ कहा। मुख्यमंत्री ने बच्चों से पूछा कि ‘राधे-राधे या नमस्कार?’ जब बच्चों ने फिर से ‘राधे-राधे’ कहा, तो उन्होंने यह भी पूछा कि वे ‘राधे-राधे’ क्यों बोलते हैं। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद मुख्यमंत्री को ट्रोल किया जाने लगा।

इस मुद्दे पर कई प्रतिक्रियाएं सामने आईं। प्रसिद्ध कथावाचक महाराज देवकीनंदन ठाकुर ने भी मुख्यमंत्री के कथन पर आपत्ति जताई। उनके बयान से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसके बाद यह विषय केवल हिमाचल तक सीमित न रहकर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया। हाल के दिनों में हिमाचल प्रदेश में सनातन संस्कृति को लेकर राजनीतिक बहस लगातार तेज होती जा रही है। ऊना, हमीरपुर, मंडी और शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में इस विषय पर चर्चाएं हो रही हैं। भाजपा जहां कांग्रेस पर ‘सनातन विरोधी’ होने का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस पार्टी इन आरोपों को निराधार बताते हुए अपना बचाव कर रही है।

सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई यूजर्स ने सवाल खड़े करते हुए लिखा कि अब कांग्रेस नेताओं को ‘राधे-राधे’ कहने पर भी आपत्ति हो रही है। कुछ पोस्टों में मुख्यमंत्री के स्कूली बच्चों से किए गए संवाद को लेकर नाराजगी भी जताई जा रही है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री द्वारा सार्वजनिक मंच से ‘राधे-राधे’ और ‘राम-राम’ का अभिवादन करना भी राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।