हिम न्यूज़,शिमला, :भाजपा युवा मोर्चा जिला शिमला एवं महसू द्वारा नेशनल हेराल्ड को लेकर सीटीओ पर धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष हिनिश चोपड़ा जिसमें मुख्यवक्ता के रूप में युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष सुशील कड़शोली रहें।
धरने को संबोधित करते हुए सुशील ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री नेशनल हेराल्ड को चंदा नहीं, बल्कि विज्ञापन के रूप में पैसा देते हैं। सवाल यह उठता है कि कांग्रेस सरकार ने आख़िर ये विज्ञापन किस आधार पर दिए, जबकि अख़बार छप ही नहीं रहा हैं?
युवा नेता ने कहा कि कांग्रेस ने एजेएल के 1000 शेयरधारकों का ऋणमाफ करने के बजाय एक नई कंपनी बनाई, जिसके शेयरधारक कांग्रेस के दो पूर्व अध्यक्ष थे और उस कंपनी ने मात्र 50 लाख रुपये देकर 90 करोड़ रुपये का ऋण माफ कर दिया गया, ताकि 2000 करोड़ रुपये की संपत्ति हड़पी जा सके। सुशील ने कहा “ नेशनल हेराल्ड का नाम सामने आते ही कांग्रेस के पूरे तंत्र में एकतरह की घबराहट, बेचैनी और असहजता दिखाई देने लगती है, क्योंकि कांग्रेस के नेता चोरी करते हुए पकड़े गए हैं। आजादी के बाद से अब तक कांग्रेस पार्टी से जुड़े अनेक घोटाले सामने आ चुके हैं, लेकिन नेशनल हेराल्ड का मामला अपने आप में एक ऐसा मॉडल है जो किसी के गले से नीचे नहीं उतर रहा है”। नेशनल हेराल्ड को 1938 में पंडित नेहरू ने शुरू किया था, लेकिन समय के साथ चल नहीं पाया। 2008 में इसे फिर से शुरू करने के लिए ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ यानी एजेएल को एक नई संस्था के अधीन लाने की कोशिश की गई। इसके लिए ‘यंग इंडिया’ नाम से एक नई कंपनी बनाई गई, जिसमें एक परिवार की 76 प्रतिशत हिस्सेदारी तय की गई। कांग्रेस पार्टी ने यंग इंडियन को बनाने केलिए 50 लाख रुपये का ऋण दिया, जिसका उद्देश्य एजेएल को खरीदना था। एजेएल पर कांग्रेस द्वारा दिए गए करीब 90 करोड़ रुपये का कर्ज था, जबकि उसकी संपत्ति का मूल्य लगभग 2000 करोड़ रुपये की थी। मात्र 50 लाख रुपये के निवेश के बदले यंग इंडिया को 2000 करोड़ रुपये की संपत्ति मिल गई और बाकी 89.5 करोड़ रुपये का कर्ज कांग्रेस पार्टी ने खुद ही माफ करदिया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का पुतला फूंका।
प्रदर्शन में केशव चौहान, राजीव पंडित, संजीव चौहान पिंकू, कमल सूद, संजीव कटवाल, कर्ण नंदा, राम ठाकुर, गणेश दत्त, कार्यालय सचिव सुरेश, पिंकी गोयल, पुनीता सूद, विजय परमार, मंडन शर्मा, रजनी सिंह, बिट्टू पाना, रमेश चौजर, श्याम शर्मा, रजत कोहली सहित नदी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।