क्यूबा की आर्थिक नाकेबंदी के खिलाफ जन जागरण अभियान

ऑल इंडिया पीस एंड सॉलिडेरिटी़ ऑर्गेनाइजेशन एआईपीएसओ की हिमाचल प्रदेश इकाई का राज्य स्तरीय अधिवेशन कालीबाड़ी हॉल शिमला में सम्पन्न हुआ। अधिवेशन में डॉ कश्मीर ठाकुर, कुशाल भारद्वाज, विजेंद्र मेहरा, फ़ालमा चौहान, नारायण चौहान, राजेंद्र ठाकुर, शौकीनि राम, संजय जमवाल, राजेश ठाकुर, भूप सिंह, गोबिंद, सत्यवान पुंडीर, जगमोहन ठाकुर, सुरेश सरवाल, राकेश कुमार, रमाकांत मिश्रा, बालक राम, अमर सिंह गजपति, संतोष कपूर, राजेश तोमर, आशीष कुमार, विवेक कश्यप, डॉ राजेंद्र चौहान, डॉ विजय कौशल, महेश वर्मा, जगदीप पंवर, हिमी देवी, प्रताप चौहान, कपिल नेगी, पूर्ण चंद, दलीप सिंह, रंजीव कुठियाला, हेमराज चौधरी, कुंदन शर्मा, दिनेश शर्मा, भास्कर शर्मा, संतोष कुमार, अनिल ठाकुर, सन्नी सिकटा, सरिता ठाकुर, कमल शर्मा, रामप्रकाश सहित कई लोग शामिल रहे।

अधिवेशन को संबोधित करते हुए एआईपीएसओ हिमाचल प्रदेश इकाई के संयोजक विजेंद्र मेहरा, कुशाल भारद्वाज, डॉ कश्मीर ठाकुर व राजेंद्र चौहान ने कहा कि दुनिया में सबसे शिक्षित देशों में से एक एवं दुनिया में प्रति व्यक्ति सबसे ज्यादा डॉक्टर देने, पर्यटन में दुनिया में अव्वल, दुनिया का शुगर बाउल, कोविड महामारी में दुनियाभर में अपने डॉक्टरों के जरिए स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाले क्यूबा देश में समाजवाद की रक्षा व अमरीका द्वारा सन 1962 से निरंतर क्यूबा की आर्थिक नाकेबंदी के खिलाफ जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत जनता में पर्चा वितरण किया जाएगा। इस संदर्भ में एक पुस्तिका भी तैयार की जाएगी। इस कड़ी में क्यूबा की आर्थिक मदद के लिए एक चंदा अभियान चलाया जाएगा। एआईपीएसओ संगठन द्वारा क्यूबा की सहायता हेतु जनता को जागरूक करने के लिए जिला व ब्लॉक स्तर पर अधिवेशनों का आयोजन किया जाएगा जिसमें सभी जिलों में सैंकड़ों लोग शामिल होंगे। पूरी दुनिया में शिक्षा व चिकित्सा में अव्वल रहने वाले क्यूबा के साथ एकजुटता अभियान के तहत 13 अगस्त को क्यूबाई क्रांति के महान नायक फिदेल कास्त्रो के जन्मदिन पर प्रदेशभर में अनेकों कार्यक्रम व प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। क्यूबा के साथ एकजुटता मजबूत करते हुए आम जनता को अमरीकी साम्राज्यवाद की किसान, मजदूर, शिक्षा व आम जनता विरोधी नीतियों एवं भारत की मोदी सरकार द्वारा साम्राज्यवादी अमरीका का जूनियर पार्टनर बनने व भारतीय संविधान की प्रस्तावना से समाजवाद शब्द हटाने के जनविरोधी कदम के बारे में जनता को जागरूक करने के लिए निरंतर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही जिला व ब्लॉक स्तर पर क्यूबा एकजुटता समितियों का गठन किया जाएगा।