हिम न्यूज़ धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए वित्त वर्ष उपलब्धियों भरा रहा है। एक तरह जहां विश्वविद्यालय को नैक की ग्रेडिंग में ए प्लस मिला, वहीं देश-विदेशों के शैक्षणिक संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर से विश्वविद्यालय शोध विश्वविद्यालय बनाने की ओर अग्रसर रहा। वित्त वर्ष 23-24 में 20 से अधिक और इस साल दिसंबर तक 9 से अधिक पेटेंट हुए हैं। मौजूदा समय में विश्वविद्यालय में 5 करोड़ से अधिक के 26 से अधिक प्रोजेक्ट चल रहे हैं। पी.एचडी की 78 डिग्री अवार्ड हुईं हैं। 32 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं। भारत वर्ष के एक प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल की अगुवाई में वोल्वरहैम्पटन विश्वविद्यालय इंग्लैंड में 02 अक्तूबर से 06 अक्तूबर तक इंडियन टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी कांग्रेस (ITHC) के पन्द्रहवें अधिवेशन में भाग लिया ।
कुलपति ने अपने लंदन दौरे के दौरान इंडिया नॉलेज कंसोर्टियम की ओर से लंदन के प्रतिष्ठित किंग्स कॉलेज में आयोजित एक संगोष्ठी के दौरान मौजूद शिक्षकों, भारतीय मूल के विद्यार्थियों और ब्रिटिश मूल के विद्यार्थियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और कैंब्रिज विश्वविद्यालय का दौरा किया। कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल के अनुसार यह साल विवि के लिए उपलब्धियों भरा रहा है। अभी हाल ही में विश्वविद्यालय को वाइब्रेंट इंडिया एक्सपो 2024 में उच्च शिक्षा श्रेणी में प्रथम स्थान मिला । अभी विवि को बेंचमार्क यूनिवर्सिटी फॉर रिसर्च पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। विश्वविद्यालय की सांविधिक बैठकों ‘अकादमिक परिषद, कार्यकरिणी परिषद, वित्त समिति, विश्वविद्यालय कोर्ट’ एवं अन्य महत्वूर्ण बैठकों में होने वाली कार्रवाई अब पेपरलैस होगी। विश्वविद्यालय की 38वीं अकादमिक परिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया है। भारत सरकार ने समर्थ पोर्टल के 44 मोड्य़ूलस को लागू करने के निर्देश दिए हैं। जिसमें से विवि ने 41 लागू कर दिए हैं।
वहीं सीयू और इंडियाना यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया के बीच हुए समझौते के अनुसार जल्द ही एमबीए (इंटरनेशनल) संयुक्त डिग्री कार्यक्रम और संयुक्त प्रकाशन शुरू करने जा रहे हैं। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान इंडियाना यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. एस.पी बंसल की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के साथ आयोजित मैराथन बैठक कर इस संबंध में चर्चा कर प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया। सीयू और सूचना एवं पुस्तकालय नेटवर्क (इनफ्लिबनेट) केन्द्र, गांधीनगर के बीच, सीयू और सभ्यता अध्ययन केंद्र दिल्ली और सीयू और डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर-(म.प्र.) के बीच, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों और प्रतिनिधियों के लिए आईआरसीटीसी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। वहीं भारतीय विश्वविद्यालय संघ, काठमांडू विश्वविद्यालय के सहयोग से “भारत-नेपाल उच्च शिक्षा शिखर सम्मेलन” में विवि के प्रतिनिधिमंडल ने शिरकत की।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का सातवां दीक्षान्त समारोह में जो 06 मई ,2024 को भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ | इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत के माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी विशेष रूप से उपस्थित रहे | इस समारोह में राष्ट्रपति ने अपने कर कमलों से पीएच-डी.,एम.फिल, स्वर्ण पदक, स्नातकोत्तर, स्नातक प्राप्त छात्र / छात्राओं तथा शोधार्थियों को उपाधि से अलंकृत किया | हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश और नौकरियों के लिए सम्पूर्ण रूप से पारदर्शी रहा है , इसके लिए ऑनलाइन आवेदन आमन्त्रित करता है । प्रवेश की प्रक्रिया सीयूईटीके समर्थ पोर्टल के माध्यम से संचालित की जाती है।अपने लक्ष्यों के प्रति निष्ठावान है तथा राष्ट्रशिक्षा नीति NEP -2020 के क्रियान्वयन के लिए अग्रदूत है।
उन्होंने कहा कि मुझे हर्ष है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हम निर्धारित पाठ्यक्रम को द्विभाषी ( अंग्रेजी व हिन्दी) संचालित कर रहे हैं | छात्रों के लिए खेलों का विशेष महत्त्व होता है, हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय इस दिशा में भी अग्रणी भूमिका में है | अखिल भारतीय अन्तर राष्ट्रीय महिला भारोत्तोलन प्रतियोगिता का सफलतम आयोजन इसका साक्षात् प्रमाण है | NAAC द्वारा विश्वविद्यालय को 3.42 के CGPA के साथ A+ ग्रेड के साथ मान्यता प्रदान की गई है । अपनी शैक्षिक यात्रा का एक और स्वर्णिम क़दम काठमांडू शिखर सम्मेलन(14-16 फ़रवरी,2024) रहा जो ज्ञान की अजस्र वेगमयी धारा द्वारा विश्वविद्यालय के दृष्टिपत्र के साथ एक अलग आभा में आलोकित हुआ | विश्वविद्यालय के 100 से अधिक विद्यार्थियों-शोधार्थियों ने अगस्त-सितंबर, 2024 में यूजीसी जेआरएफ/नेट/पीएचडी प्रवेश पात्रता परीक्षा में परचम लहराया है।