हिम न्यूज़ बिलासपुरः युवाओं की साकारात्मक रचना शक्ति किसी भी राष्ट्र को मजबूती प्रदान करती है। ये विचार शिक्षा विभाग के सेवानिवृत संयुक्त निदेशक एवं समाज सेवक सुशील पुण्डीर ने नेहरू युवा केन्द्र बिलासपुर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आवासीक प्रशिक्षण शिविर के अवसर पर अपने सम्बोधन में व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्र की सामाजिक, सांस्कृतिक राजनैतिक और आर्थिक पहचान की प्रगतिशिलता है जिसे युवाओं को समय समय पर स्मरण करना आवश्यक है।आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्र की सामाजिक, सांस्कृतिक राजनैतिक और आर्थिक पहचान के प्रगतिशिलता है जिसे युवाओं को समय समय पर समस्त करना आवश्यक है।उन्होंने युवाओं को साकारात्मक अभिव्यक्ति को अपनाकर आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवा बाहुल्य इस देश में आज लोगों को युवाओं से अनेक अपेक्षाए हैं
जिला लोक सम्पर्क अधिकारी संजय सूद ने अपने सम्बोधन में कहा कि नेहरू युवक केन्द्र द्वारा देश में युवाओं के व्यक्तित्व को विकसित करने और उनमें राष्ट्र भाव भरने के लिए अनेक गतिविधियां और शिविरों का आयोजन किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि युवाओं का बड़ा समुह क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विकास में पांरगत होकर आज विविध क्षेत्रों में कार्य कर रहा है। उन्होंने युवाओं में नेतृत्व क्षमता के माध्यम से सामुदायिक विकास के सम्बन्ध में विचार सांझा किये।
उन्होंने कहा कि नेतृत्व क्षमता के लिए अनुशासन, प्रतिबधता, शानार्जन की भावना तथा निर्णय लेने की क्षमा का होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन्हीं भावों को आत्मसात कर सामुदायिक विकास को किया जा सकता है। उन्होंनंे युवाओं को सोशल मीडिया और मोबाईल का सही प्रयोग कर इससे ज्ञान प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहकर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए आगे आना चाहिए।