प्रधानमंत्री ने थॉमस कप और उबर कप की टीमों से बातचीत की

प्रधानमंत्री ने थॉमस कप और उबर कप के बैडमिंटन चैंपियन टीमों के साथ बातचीत की, जिन्होंने थॉमस कप और उबर कप के अपने अनुभव साझा किए। खिलाड़ियों ने अपने खेल के विभिन्न पहलुओं, बैडमिंटन से अलग अपने जीवन और अन्य विषयों पर बात की।

किदांबी श्रीकांत ने प्रधानमंत्री द्वारा इतने गर्व से पहचान दिए जाने को लेकर खिलाड़ी के बीच सुखद भावना के बारे में बात की। मोदी  ने टीम के कप्तान से उनकी नेतृत्व शैली और चुनौतियों के बारे में पूछा। श्रीकांत ने बताया कि व्यक्तिगत रूप से हर कोई शानदार प्रदर्शन कर रहा था और प्रयास था कि एक टीम के रूप में हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। उन्होंने निर्णायक मैच खेलने के सौभाग्य पर भी प्रसन्नता व्यक्त की।

प्रधानमंत्री द्वारा उनकी विश्व नंबर 1 रैंकिंग और थॉमस कप में स्वर्ण के बारे में पूछे जाने पर, अग्रणी बैडमिंटन खिलाड़ी ने कहा कि ये दोनों उपलब्धियां उनके सपने पूरे होने के समान हैं और उन्हें हासिल करके वे प्रसन्न हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इतना शानदार प्रदर्शन नहीं होने के कारण पहले थॉमस कप की ज्यादा चर्चा नहीं होती थी और देश को इस टीम की महान उपलब्धि को समझने में थोड़ा समय लगा।

मोदी ने कहा, “पूरे देश की ओर से मैं आपको और आपकी पूरी टीम को बधाई देता हूं कि दशकों बाद भारतीय ध्वज को मजबूती से फहराया गया है। यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है…अत्यधिक दबाव में अपने आप को और टीम को एक साथ रखना एक ऐसी चीज है, जिसे मैं अच्छी तरह समझता हूं। मैंने आपको फोन पर बधाई दी थी, लेकिन अब मैं व्यक्तिगत रूप से आपकी प्रशंसा करने का आनंद अनुभव कर रहा हूं।”

सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ने पिछले दस दिनों के आनंद और उतार-चढ़ाव के क्षणों से अवगत कराया। उन्होंने टीम और सहायक दल से मिले शानदार समर्थन को याद किया। उन्होंने कहा कि टीम अब भी जीत के लम्हों को फिर से जी रही है।

उन्होंने  अपनी खुशी साझा की और टीम के सदस्यों के ट्वीट को याद किया किस प्रकार वे पदक के साथ सोए और खुशी से पूरी रात सो नहीं पाए थे। रंकीरेड्डी ने अपने कोच के साथ प्रदर्शन की हुई समीक्षा के बारे में भी बताया। प्रधानमंत्री ने स्थिति के अनुसार उनकी अनुकूल होने की क्षमता की सराहना की। प्रधानमंत्री ने उन्हें भविष्य के लक्ष्यों के लिए शुभकामनाएं दीं।

चिराग शेट्टी ने भी टूर्नामेंट की अपनी यात्रा सुनाई और ओलंपिक दल के साथ पीएम आवास पर आने के अवसर को याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुछ खिलाड़ियों में निराशा देखी, जब उनमें से कुछ ओलंपिक में पदक जीत नहीं सके थे। हालांकि, उन्होंने यह भी याद किया कि खिलाड़ी दृढ़ थे और अब उन्होंने सभी उम्मीदों को सही साबित कर दिया है।

उन्होंने कहा, “एक हार अंत नहीं है, जीवन में दृढ़ संकल्प और जुनून की जरूरत होती है। ऐसे लोगों के लिए जीत स्वाभाविक परिणाम होती है, आपने यह दिखाया है।” प्रधानमंत्री ने टीम से कहा कि वे आने वाले समय में और भी कई पदक जीतेंगे। उन्हें खेलना भी है, खिलना भी है और देश को खेल की दुनिया में आगे ले जाना है। प्रधानमंत्री ने कहा, “अब भारत पीछे नहीं रह सकता। आपकी जीत कई पीढ़ियों को खेलों के लिए प्रेरित कर रही है।”

प्रधानमंत्री ने जीत के तुरंत बाद टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान वादे के अनुसार ‘बाल मिठाई’ लाने के लिए लक्ष्य सेन को धन्यवाद दिया।