हिम न्यूज़ धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और यूनाइटेड किंगडम के एस्टन विश्वविद्यालय के बीच छात्र और संकाय विनिमय कार्यक्रमों की योजनाओं पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया। इसी संबंध में कुलपति सचिवालय में आयोजित बैठक में एस्टन विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम के प्रो. कोमल आर्यल ने इस संबंध में कुलपति प्रो. बंसल के साथ चर्चा की।
इस अवसर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि इन कार्यक्रमों से दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए एक समृद्ध अंतर-सांस्कृतिक अनुभव की सुविधा मिलने की उम्मीद है, जिससे आपदा प्रबंधन और शैक्षणिक गतिविधियों पर वैश्विक परिप्रेक्ष्य को बढ़ावा मिलेगा।
इसके अलावा, चर्चा हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के परिसर के भीतर आपदा प्रबंधन के लिए एक समर्पित केंद्र की स्थापना पर भी केंद्रित रही। इस प्रस्तावित केंद्र का उद्देश्य आपदा तैयारी, प्रतिक्रिया और शमन रणनीतियों से संबंधित अनुसंधान, प्रशिक्षण और आउटरीच गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य करना है। इस सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रो. दीपक पंत ने प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से उत्पन्न उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए सक्रिय उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने विज्ञान और ज्ञान विनिमय को बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक साझेदारियों के महत्व को उजागर किया, जिससे प्रभावी आपातकालीन प्रबंधन अभ्यासों के लिए नवाचार को संवर्धित किया जा सके।
डॉ. आर्यल ने हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के सक्रिय दृष्टिकोण की सराहना की, जो आपातकालीन प्रबंधन शिक्षा और अनुसंधान को प्राथमिकता देता है। इस सहयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में, दोनों संस्थानों ने निकट भविष्य में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) के माध्यम से अपनी साझेदारी को औपचारिक रूप देने के अपने इरादे की घोषणा की। एमओयू से सहयोग के विशिष्ट क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार करने और आपदा प्रबंधन और शैक्षणिक आदान-प्रदान में सहयोगात्मक प्रयासों के लिए रूपरेखा तैयार करने की उम्मीद है।
रजिस्ट्रार प्रो. सुमन शर्मा, सी.ओ.ई. प्रो. ए.के. महाजन औ रप्रो. दीपक पंत भी इस अवसर पर मौजूद थे। डॉ कोमल आर्यल क्राइसिस और डिजास्टर मैनेजमेंट, आस्टन विश्वविद्यालय में लेक्चरर हैं। वे वर्तमान में एक संयुक्त अनुसंधान परियोजना के संदर्भ में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय आए हैं, जिसके प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर प्रो. दीपक पंत हैं। डॉ कोमल आर्यल ने 2 अप्रैल 2024 को विश्वविद्यालय के शाहपुर कैम्पस में पर्यावरण विज्ञान विभाग के छात्रों को “आपदा प्रबंधन में प्रौद्योगिकी का उपयोग” पर एक लेक्चर दिया और उनके साथ बातचीत की। प्रो. ए.के. महाजन, प्रो. दीपक पंत और पर्यावरण विज्ञान विभाग के अन्य शिक्षक भी इस मौके पर मौजूद रहे । उनका लेक्चर आपदा की तैयारी और भूकंप की तैयारी, प्रतिक्रिया और उसकी कमी के लिए प्रौद्योगिकी समर्थन पर केंद्रित था।