हिम न्यूज़,शिमला– भाजपा के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने मंडी में आयोजित कांग्रेस सरकार के “जन संकल्प सम्मेलन” पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि पिछले तीन साल में जनता को मिला सिर्फ मायूसी, महंगाई, बदहाली और झूठी घोषणाएं, लेकिन कांग्रेस फिर भी जश्न मनाने निकली है।

उन्होंने कहा कि रैली में दिखाई गई भीड़ में कांग्रेस कार्यकर्ता कम, सरकारी कर्मचारी और लाभार्थी अधिक थे—जो यह साबित करता है कि जनसमर्थन नहीं, बल्कि सरकारी दबाव से भीड़ इकट्ठी की गई थी।
नर्सों का भविष्य अंधकार—कांग्रेस को जश्न में दिखा ही नहीं
हर्ष महाजन ने कहा कि जिस रैली में जनता की नब्ज पढ़नी थी, वहीं हजारों प्रशिक्षित बेरोजगार नर्सों को अपने未来 के लिए तख्तियां उठाकर गुहार लगानी पड़ी। उन्होंने कहा: “अगर सरकार तीन साल में रोजगार नहीं दे पाई, तो कम से कम सच सुनने की हिम्मत तो रखती। लेकिन यहां तो सत्ता के नशे में नर्सों की तख्तियां तक हटवा दी गईं। यह कांग्रेस का असली चेहरा है—विरोध भी बर्दाश्त नहीं!” उन्होंने कहा कि नर्सों, बेरोजगार युवाओं और कर्मचारियों की आवाज रैली में सबसे ज्यादा गूंजी, जिससे यह साफ दिखा कि कांग्रेस की नीतियों से जनता पिछले तीन वर्षों में बुरी तरह त्रस्त है।
जश्न’ से ‘संकल्प’ तक—सिर्फ नाम बदलकर कांग्रेस ने विवाद से भागने की कोशिश की
हर्ष महाजन ने कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा:“जब जश्न मनाने की नैतिकता नहीं बची, तो नाम बदलकर ‘जन संकल्प सम्मेलन’ कर दिया गया। लेकिन जनता नाम से नहीं, काम से पहचानती है। तीन साल का कुशासन किसी नाम बदलने से नहीं छिपेगा।” उन्होंने कहा कि आपदा से पिड़ित मंडी में जश्न मनाना पहले ही जनता की भावनाओं पर चोट था। विपक्ष के दबाव और जनता के रोष के बाद मजबूर होकर कांग्रेस को कार्यक्रम का नाम बदलना पड़ा।
डिप्टी सीएम के ‘अंधेरे में निपटने’ वाले बयान ने सरकार की तानाशाही मानसिकता उजागर की
हर्ष महाजन ने डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के उस बयान की घोर निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि “अफसरों से रात के अंधेरे में निपटेंगे, जो सरकार के खिलाफ जाएंगे उन्हें रगड़ देंगे।” इस पर महाजन बोले: “अफसरशाही को धमकाना, रगड़ने की चेतावनी देना और उन्हें नेस्तनाबूद करने जैसी भाषा लोकतांत्रिक नहीं, तानाशाही की पहचान है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार सत्ता के दुरुपयोग में इस कदर डूबी है कि लोकतांत्रिक संस्थाओं को भी डराने-धमकाने से गुरेज नहीं।
हर्ष महाजन ने कहा कि कांग्रेस सरकार का यह कार्यक्रम उपलब्धियों का नहीं, 2027 की चुनावी जमीन तैयार करने का प्रयास है।उन्होंने कहा: “तीन वर्ष में जो नहीं कर पाए, अब अगले दो साल का सपना दिखाकर जनता को फिर से गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने रैली में लाभार्थियों को सरकारी कार्यक्रमों के नाम पर बुलाकर अपने राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा बनाया—यह सरकारी मशीनरी का गंभीर दुरुपयोग है।
“तीन साल में जनता को सिर्फ बेरोजगारी, बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, महंगाई, टूटी सड़कें और खोखले वादे मिले हैं।मंडी का ‘जन संकल्प सम्मेलन’ जनता के गुस्से को छिपा नहीं सकता।जितना बड़ा मंच था—उतना बड़ा जनता का रोष भी दिखाई दिया।” भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी कांग्रेस सरकार की इन विफलताओं को हर मंच पर उजागर करेगी और हिमाचल के हर नागरिक की आवाज बनकर खड़ी रहेगी।