हिम न्यूज़ शिमला। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत परिषद पैन्शनर फोरम शिमला इकाई की बैठक सोमवार को शिमला में ई. एस एन कपूर की अध्यक्षता में समपन्न हुई जिसमें जिला भर के लगभग तीस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। सर्वप्रथम विगत मे दिवंगत हुए ई.आर के कायस्था, दया राम ठाकुर व खेम सिंह ठाकुर व अन्य दिवंगत पैन्शनर साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई व उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया।
महासचिव टी आर गुप्ता व सचिव चेतराम शर्मा ने फोरम की गतिविधियों से अवगत करवाया तथा बोर्ड द्वारा 1.1.16 के बाद रिटायर हुये पैन्शनरों की लीव एनकैशमेन्ट, ग्रैच्युटी और उससे अर्जित लाभ न दिए जाने पर कड़ा रोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने नवम्बर माह में हुई बैठक में पैन्शनरों को कुल भुगतान करने की मांग को मान लिया था जिसकी प्रक्रिया भी आरम्भ कर दी गई थी किन्तु इसे जारी नहीं रखा गया जिस कारण पैन्शनरों को 1.1.16 से उनके एरियर का पूरा भुगतान नौ वर्ष की अवधि बीत जाने के बाद भी नहीं हो पाया है जो अति दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। उन्होंने बोर्ड प्रबंधन से आग्रह किया कि समस्त आयुवर्ग के पैन्शनरों की तमाम देनदारियों का भुगतान तुरंत प्रभाव से अदा किया जाए क्योंकि वृद्धावस्था के कारण अनेक पैन्शनर स्वर्ग सिधार गए हालांकि कि उनके एरियर बोर्ड के पास ही धरे के धरे लम्बित रह गए जो एक खेदजनक स्थिति है।
सदस्यों ने मैडिकल बिलों के भुगतान मे हो रही देरी पर भी चिंता प्रकट की और बोर्ड प्रबंधन से मैडिकल बिलों के समयानुसार भुगतान करने पर बल दिया। बैठक मे सदस्यों ने यह भी मांग उठाई कि उन्हें एरियर की देय राशि के बारे अवगत नहीं करवाया जा रहा जबकि गत नवम्बर को बोर्ड से हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि पैन्शनरों को एस एम एस द्वारा इस बावत सूचित किया जाएगा कि उन्हें कितनी राशि देय है। इस मामले को तुरंत सुलझाया जाए ताकि पैन्शनरों मे कोई असमंजस की स्थिति न रहे।
सभी सदस्यों ने बिजली बोर्ड द्वारा अपनाई जा रही कर्मचारी विरोधी नीतियों का विरोध किया और कहा कि नितीश भारद्वाज एएलएम जो नादौन विद्युत इकाई के अध्यक्ष हैं, उनका निलंबन फौरन वापिस लिया जाए ताकि कर्मचारियों व बोर्ड प्रबंधन में सौहार्दपूर्ण वातावरण स्थापित किया जा सके। इसके अलावा सदस्यों ने हाल ही में दो आउटसोर्स कर्मचारियों की दुर्घटना में हुई दुखद मृत्यु पर शोक व्यक्त किया और बोर्ड से अनुरोध किया कि उन्हें दस दस लाख रुपए की सहायता प्रदान की जाए और उनके आश्रितों को बिजली बोर्ड में स्थायी नौकरी दी जाए। सदस्यों ने यह भी आग्रह किया कि ज्वाईंट एक्शन कमेटी के सदस्यों को वार्ता के लिए बुलाया जाए तथा वर्तमान में स्थापित गतिरोध की स्थिति समाप्त हो सके।
बैठक में अमरसिंह भलैक, जे के शर्मा, अरुण तनवर, ए के वैद्य, नरेश शर्मा, हेतराम पाल, खिवन राम, अजीत रोहाल, भूप सिंह रंजन, एस एल शर्मा व अन्य मौजूद रहे।