संसद में विपक्षी दल भी कहते हैं कि ये दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है : टंडन

 

हिम न्यूज़,नालागढ़/सोलन, भाजपा प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ने सक्रिय सदस्यता अभियान के अंतर्गत नालागढ़ एवं दून विधानसभा क्षेत्र में हो रहे सम्मेलन में भाग लिया। 

टंडन ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘सबका साथ- सबका विकास’ के मूलमंत्र के साथ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांतो को जमीन पर उतारा है। राष्ट्र के पुनर्निर्माण में एक राजनैतिक आंदोलन के रूप में इस सफर में भाजपा के सभी कार्यकर्ता अपने आप को शामिल करते हैं। यह यात्रा 1951 में भारतीय जनसंघ नाम के राजनीतिक आंदोलन से शुरू हुई। राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए यह आंदोलन कुछ समय के लिए जनता पार्टी में शामिल हुआ। फिर 6 अप्रेल 1980 को अपने वैचारिक वैशिष्ठ को लेकर इस आंदोलन ने भारतीय जनता पार्टी का रूप ले लिया। एक नई वैकल्पिक राजनीतिक संस्कृति को लेकर यह आंदोलन चलता रहा। जनसंघ के दीये को अलविदा कहते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कालजयी शब्दों का प्रयोग किया था और 6 अप्रैल को लाल कृष्ण आडवाणी ने एक विचारधारा वाले लोगों को एक साथ लाकर भारतीय जनता पार्टी का आह्वान किया था। उन दिनों इलस्ट्रेटर वीकली और दिनमान नाम की राजनैतिक मैगजीन हुआ करती थी। आज जब भाजपा कार्यकर्ता आर्काइव्स में जाकर उस समय के लेख पढ़ेंगे तो उन्हें पता चलेगा कि उस समय घने बादल घिरे हुए थे और किसी भी परिस्थिति में सूरज की कोई किरण नहीं दिखाई पड़ती थी, वैसी परिस्थिति में भी भाजपा के शीर्ष नेताओं को विश्वास था कि उनका रास्ता सही है। उसी विश्वास से ताकत लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता आगे बढ़ते रहे और इस आयाम तक पहुंचे हैं कि आज भाजपा के कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि संसद में विपक्षी दल भी कहते हैं कि ये दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। आज विपक्ष भी भाजपा पर कटाक्ष इस अलंकार के साथ करते हैं। टंडन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी वोट की खातिर कभी डगमगाई नहीं और सत्ता को पाने के लिए कभी विचारधारा के साथ समझौता नहीं किया। भाजपा एकमात्र राजनीतिक पार्टी है जिसने वैचारिक अधिष्ठान पर अपने आप को सदैव अडिग रखा है। 22-25 अप्रेल 1965 के दौरान पंडित दीन दयाल उपाध्याय ने “एकात्म मानवदर्शन” का व्याख्यान दिया था और जनसंघ कालीकट अधिवेशन में एकात्म मानववाद के सिद्धांत को लेकर आगे बढ़ा। इस सिद्धांत का मजाक उड़ाया जाता था, क्योंकि कार्ल मार्क्स के चश्मे से देखने वाले लोगों द्वारा किसी चीज को एकात्मता और समावेशिता से देखा जाना अकल्पनीय था। कांग्रेस धीरे-धीरे अपने वैचारिक क्षरण की ओर चल पड़ी थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने एकात्म मानववाद को आगे बढ़ाया और भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार बनने के बाद अंत्योदय के माध्यम से इस सिद्धांत की जड़ों को मजबूत किया गया। इसी अंत्योदय को आगे बढ़ाते हुए माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” के मंत्र का पालन किया।

संजय टंडन ने बताया कि प्रदेश में भाजपा के 27000 सक्रिय सदस्य हैं जिनके सम्मेलन लगातार प्रत्येक मंडल में हो रहे हैं। इसी प्रकार प्रदेश में भाजपा के 18 लाख प्राथमिक सदस्य भी है।

कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष रतन पाल सिंह, दर्शन सैनी, परमजीत सिंह पम्मी, मंडल अध्यक्ष कालभूषण शर्मा, शालिनी शर्मा, मान सिंह, जोगिंदर पाल, बलबीर और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

 

 

मोदी राज के पिछले दशक में भारतीय अर्थव्यवस्था को लगे पंख : टंडन

 

हिमाचल को मिली कई सौगात

 

नालागढ़/सोलन, भाजपा प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि जब से देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शासन काल प्रारंभ हुआ तब से भारत ने चौगुना प्रगति की है।

उन्होंने कहा की पिछले दशक में देश के राष्ट्रीय राजमार्गों की लम्बाई 60 प्रतिशत बढ़ी है। देश में 2014 तक राष्ट्रीय राजमार्गों की लम्बाई 91287 कि. मी. थी जो अब बढ़ कर 1.5 लाख कि.मी. से अधिक हो चुकी है। आज देश में औसतन 40 कि. मी. प्रतिदिन राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण हो रहा है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश में 80% के बनी हैं और यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की दूरगामी सोच का परिणामहै।

उन्होंने कहा कि देश में 2014 तक 74 हवाई अड्डे थे जो पिछले दस सालों में बढ़कर 487 हो गये हैं और इसमें हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा, रामपुर, शिमला, बद्दी , नालागढ़, कुल्लू और मनाली सभी को एक-एक हेलीपोर्ट मिला है।

टंडन ने कहा कि पिछले 10 सालों में भारत में 7 नये आई.आई.टी., 7 नये आई.आई.एम., 16 नये आई. आई.आई.टी., 74 राष्ट्रीय स्तर के उच्च शिक्षण संस्थान और 388 विश्वविद्यालय स्थापित किए गए और अगर हिमाचल की तुलना करें तो 400 करोड़ का बल्क ड्रग पार्क, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, 1500 करोड़ की लागत वाला बिलासपुर एम्स, 6 मेडिकल कॉलेज, मेडिकल डिवाइस पार्क, यूनिटी मॉल जैसे अनेकों संस्थान केंद्र की सरकार में हिमाचल को प्राप्त हुए हैं।

पिछले दशक में भारतीय अर्थव्यवस्था को लगे पंख लगे है 2014 में भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (जी.आई.आई.) में 133 देशों में 83वें स्थान पर था जो 2024 में 39वें स्थान पर पहुंच चुका है। 2014 तक देश में सिर्फ 4 यूनिकॉर्न थे जो जनवरी, 2025 तक बढ़कर 118 हो चुके हैं। 2014 तक देश में 350 स्टार्ट-अप थे जिनकी संख्या पिछले 10 सालों में बढ़कर 1.57 लाख से उपर हो चुकी है।

उन्होंने कहा की पिछला दशक देश में डिजिटल क्रांति का युग रहा। आधार, डिजी लॉकर और उमंग ऐप जैसी पहलों से सरकारी सेवाओं को ऑन लाइन उपलब्ध करवाया जा रहा है। भारत नेट परियोजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड सेवा पहुंचाई जा रही है। ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफॉर्म और टैलीमैडिसन सेवाओं से डिजिटल इंडिया स्वास्थ्य और शिक्षा में क्रांति ला रहा है। 5G तकनीक, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी तकनीकों के साथ भारत डिजिटल शक्ति बनने की ओर अग्रसर है।

टंडन ने कहा 500 वर्षों के संघर्ष के बाद अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण किया। साथ ही काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का विकास, द्वारिकाजी मंदिर का विकास व सोमनाथ मंदिर का विकास करवाया गया। प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य आयोजन करवा कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। इस महाकुंभ में पूरे देश व विदेश से लगभग 66 करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया।