हिम न्यूज़ धर्मशाला । हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के रसायन एवं रासायनिक विज्ञान विभाग की ओर से एक आउटरीच गतिविधि ‘‘ Ground Water Sample Collection and Soil Analysis Activity’’ का आयोजन किया गया।
ददरोली और शाहपुर गांव के विभिन्न इलाकों से एमससी. केमिस्ट्री तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थीयों और रिसर्च स्कॉलर्स द्वारा भू-जल के नमूने एकत्र किए गए हैं जिससे गांव में, उसके आसपास पीने और सिंचाई के उद्देश्य के लिए भू-जल उपयुक्तता का आकलन किया जा सके।
रसायन एवं रासायनिक विज्ञान विभाग प्रयोगशाला में विभिन्न विश्लेषणात्मक तकनीकों द्वारा क्लोराइड, फॉस्फेट, सल्फेट के लिए एकत्र किए गए भू-जल नमूनों का विश्लेषण किया जाएगा। वहीं ददरोली गांव से किसानों के खेतों से मिट्टी के नमूने भी एकत्र किए गए थे।
मिट्टी की उर्वरता से संबंधित बाधाओं का निदान करने, मिट्टी की उत्पादकता का मूल्यांकन करने, क्षार, लवणता और अम्लता जैसी विशिष्ट मिट्टी की स्थितियों और पोषक तत्वों के स्तर को निर्धारित करने के लिए मिट्टी के नमूने एकत्र किए गए थे ताकि किसानों को बेहतर उर्वरक का सुझाव दिया जा सकें।
रसायन एवं रासायनिक विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. विवेकशील ने बताया कि इस आउटरीच कार्यक्रम का उद्देश्य संकाय, शोध विद्वानों और विभिन्न क्षेत्रों के छात्रों को अपने विचारों को एकीकृत करने के लिए एक मंच प्रदान करना था ताकि राष्ट्रीय और वैश्विक चुनौतियों जैसे कि पानी के वैकल्पिक स्रोतों के विकास, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य मुद्दों, उर्वरकों के नकारात्मक प्रभाव को कम करना आदि का सहयोगात्मक रूप से समाधान किया जा सके।
इसके अलावा यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को जीवन में नई अंतर्दृष्टि देगा और उन्हें इस क्षेत्र में चल रहे अनुसंधान कार्यों के बारे में एक विचार रखने का अवसर भी देगा। विभाग के सभी संकाय सदस्यों के साथ इस आउटरीच कार्यक्रम में भाग लिया।