हिम न्यूज़, सोलन : औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम (एचपीकेवीएन) द्वारा संकल्प कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय खण्ड स्तरीय कौशल कार्यशाला में ज़िला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर उपायुक्त एवं ज़िला कौशल समिति सोलन की अध्यक्षा कृतिका कुलहरी ने कार्यशाला की अध्यक्षता की।
ज़िला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं और महिलाओं को सम्बल प्रदान करने के लिए विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा चलाई जा रही विभिन्न पाठ्यक्रम भी इस दिशा में महिलाओं एवं युवाओं को सशक्त बनाने की पहल है। उन्होंने युवाओं एवं महिलाओं को प्रदेश सरकार द्वारा कौशल विकास के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कौशल विकास आज के समय की मांग है तथा कौशल विकास पर विशेष बल दिया जाना चाहिए।
इस मौके पर कौशल विकास निगम द्वारा प्रायोजित विभिन्न पाठ्यक्रमों के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोज़गार आरम्भ करने वाले युवाओं को स्मृति चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए, उपायुक्त एवं ज़िला कौशल समिति सोलन की अध्यक्षा कृतिका कुलहरी ने कहा कि ‘हुनर है तो अवसर है’ इस उद्देश्य के साथ हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम ज़िला में सराहनीय कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कुशल भारत के संकल्प के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए यह कार्यशाला एक महत्वपूर्ण कदम है। हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा गुणवत्तापूर्ण कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को कौशल विकास सुनिश्चित कर रहा है, जिससे युवाओं की रोज़गार क्षमता में भी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा ज़िले में कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु अनेक कदम उठाए जा रहे है। इसी कड़ी में निगम द्वारा बेहतर कौशल प्रशिक्षण हेतु, ज़िले में बुनियादी ढांचे का विकास भी किया जा रहा है।
इस अवसर पर कृतिका कुलहरी ने जानकारी दी कि निगम द्वारा युवाओं की मांग के अनुरूप शत-प्रतिशत प्रायोजित कौशल प्रशिक्षण से जरूरतमंद युवाओं को कौशल विकास से सहायता प्रदान हुई है, जिससे युवाओं के लिए रोज़गार के द्वार भी खुले है। निगम द्वारा दिव्यांग तथा महिलाओं के कौशल प्रशिक्षण पर विशेष बल दिया जा रहा है। निगम द्वारा महिलाओं के लिए क्रियान्वित किए जा रहे प्रशिक्षण से महिलाओं का उत्थान होगा तथा वे सशक्त होगीं, जिससे महिलाओं को नए अवसर प्रदान होंगे तथा उनकी आर्थिकी को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने अधिक से अधिक संख्या में दिव्यागों और महिलाओं से इस प्रशिक्षण का लाभ उठाने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं और दिव्यांगों के लिए प्रशिक्षण शत-प्रतिशत प्रायोजित है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय व सरकारी संस्थानों के माध्यम से हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा सेंटर फ़ॉर डिवेलप्मेंट ऑफ़ अड्व़ान्सड कम्पयूटिंग (सी-डीएसी), मोहाली, सेंट्रल इंस्टिटयूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीईटी) बद्दी, इंस्टीटयूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) शिमला, केन्द्रीय टूल रूम (सीटीआर) लुधियाना, राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईइएलआईटी), हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (एचपीयू) शिमला, अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण और संबद्ध खेल संस्थान (एबीवीआईएमएएस) मनाली, बागवानी विश्वविद्यालय नौणी तथा अरुण जेटली राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान (एजेएनआईएफएम) फ़रीदाबाद जैसे संस्थानों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
इसके उपरांत, उपायुक्त ने युवाओं को मताधिकार के महत्व की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए मतदान का अधिकार बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने आज के समय में युवाओं द्वारा मतदान के अधिकार का सही उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके युवाओं से आग्रह किया कि अपना मतदान कार्ड बनाकर आगामी चुनाव में हिस्सा लेकर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्यालय द्वारा 29 सितम्बर, 2022 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके आई.टी.आई के प्रशिक्षणार्थियों का मतदान कार्ड बनाया जाएगा।
इस अवसर पर ज़िला ग्रामीण विकास अभिकरण के प्रबंध निदेशक राजकुमार, डी.डी.एम नाबार्ड अशोक चौहान, हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम की ज़िला समन्वयक मोनिका ठाकुर, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन के प्रधानाचार्य ललित शर्मा तथा अन्य सरकारी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।