हिम न्यूज़ शिमला। “एक राष्ट्र, एक विधान, एक निशान” के संकल्प को साकार करने वाले महान राष्ट्रभक्त डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर शिमला एवं संजौली मंडल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोज किया गया। शिमला से प्रत्याशी संजय सूद ने रामनगर वार्ड के बूथ में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लिया। वहीं प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने बैनमोर वार्ड के स्टोक्स पैलेस, प्रदेश कोषाध्यक्ष ने जाखू वार्ड के कार्यक्रमों में भाग लिया।
शिमला शहरी मंडल अध्यक्ष राजीव पंडित, संजौली मंडल के अध्यक्ष संजीव चौहान पिंकू, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजीव दृष्टा, बूथ अध्यक्षों व समर्पित कार्यकर्ताओं ने सभी बूथों पर डॉ. मुखर्जी जी को श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके अतुलनीय योगदानों को स्मरण किया। इस अवसर पर संजय सूद ने कहा कि श्रद्धेय डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता के लिए जम्मू-कश्मीर पर लागू धारा 370 एवं 35ए का विरोध करते हुए बलिदान दिया। श्रीनगर जेल में उनका रहस्यमय ढंग से निधन हो गया। उनकी माताजी ने भी उनकी मौत की जांच की मांग की थी, जिसे तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने नजरअंदाज कर दिया था। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाकर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी गई।
प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि डॉ मुखर्जी की माताजी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू को पत्र लिखकर इस घटना की जांच की मांग की थी, लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया। इसके बाद भारतीय जन संघ ने इस आंदोलन को आगे बढ़ाया। “एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान नहीं चलेंगे, नहीं चलेंगे” के नारे के साथ कभी एकता यात्रा निकाली गई तो कभी जनादेश यात्रा निकाली गई और धारा 370 के विरोध में लगातार आवाज़ उठाई गई। भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता इस बात से गौरव महसूस करता है कि 6 अगस्त 2019 को माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और दृढ़ इच्छाशक्ति तथा गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति ने संसद में धारा 370 को समाप्त कर दिया। जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाकर डॉ मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी गई।
नंदा ने कहा कि आज हम सभी यह संकल्प लेते हैं कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की रहस्यमय मृत्यु जैसी घटनाएं फिर कभी न हों। भारतीय जनता पार्टी और हिमाचल प्रदेश, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इतना सशक्त बने कि लोकतंत्र और उसकी आवाज़ हमेशा मजबूत बनी रहे। हम सभी इस उद्देश्य के प्रति समर्पित हैं, और भाजपा के हजारों लाखों कार्यकर्ता श्रद्धेय डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का पुण्य स्मरण करते हुए उनके दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं।