अब पाठ्यक्रम में योग, ध्यान और खुशी भी शामिल : कुलपति 

हिम न्यूज़ पालमपुर। चौसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो एच के चौधरी ने कहा कि देश भर के कृषि विश्वविद्यालयों में छात्रों के लिए ध्यान और योग राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार पुनर्गठित स्नातक पाठ्यक्रम कौशल विकास ढांचे पर ध्यान केंद्रित करने वाले कृषि विश्वविद्यालयों के लिए तैयार है।
प्रो एच.के.चौधरी ने कहा कि इसकी घोषणा डॉ. आर.सी. अग्रवाल, उप महानिदेशक (कृषि शिक्षा), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने हाल ही में हैदराबाद में आयोजित कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के सम्मेलन के दौरान की है।
कुलपति ने कहा कि आईसीएआर द्वारा नए पाठ्यक्रम में योग और ध्यान पर एक अनिवार्य नींव पाठ्यक्रम तैयार किया गया है, इसके अलावा डिग्री कार्यक्रमों में एकाधिक प्रवेश और निकास का प्रावधान है।
इस सम्मेलन के दौरान भाकृअनुप की ओर से डॉ. आर.सी. अग्रवाल, उप महानिदेशक (कृषि शिक्षा) द्वारा एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए। हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट, हैदराबाद के कमलेश पटेल आईसीएआर से संबद्ध विश्वविद्यालयों में योग की शुरुआत करेंगे। इस कांफ्रेंस में शामिल हुए प्रोफेसर चौधरी ने  इसकी सराहना करते हुए कहा कि उपरोक्त एमओयू के आधार पर आईसीएआर से अधिसूचना मिलने के बाद विश्वविद्यालय इस योग पाठ्यक्रम को शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा कि योग पाठ्यक्रम शुरू करना एक बहुत अच्छा संकेत है जो छात्रों के अध्ययन के दौरान तनाव को कम करने में मदद करेगा। इसे ध्यान में रखते हुए आईसीएआर ने पाठ्यक्रम में योग, ध्यान और खुशी को शामिल करने का उपक्रम किया है। इसके लिए उचित कक्षाएं संचालित की जाएंगी जिसमें छात्रों को मानवता, संबंधों के महत्व, भौतिक जीवन में संतुलन रखने के तरीकों और व्यावसायिकता के प्रति दृष्टिकोण के बारे में जागरूक करने के अलावा खुश रहने के तरीके भी सिखाए जाएंगे।
कुलपति ने देश के कृषि महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों के छात्रों के हित में इस सहयोग के लिए आईसीएआर और एचईटी की सराहना की और धन्यवाद दिया।