हिम न्यूज़ टिहरा। मंडी जिला के धर्मपुर उपमंडल के टिहरा क्षेत्र के कोट गांव की मृदुल ने लैफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति पाकर अपने पिता महेंदर पाल भारती और माता रानी भारती सहित पूरे परिवार के सपनों को साकार किया है। मृदुल को सैन्य नर्सिंग सेवा में शॉर्ट सर्विस कमिशन के अनुदान के लिए चुना गया है। मृदुल की मां ने बताया कि मृदुल असाम स्थित सेना अस्पताल जोरहाट में 5 अगस्त को रिपोर्ट करेंगी।

मृदुल अभी केजीएमयू लखनऊ में बतौर नर्स अपनी सेवाएं दे रही है। मृदुल की इस उपलब्धि से परिवार सहित पूरे क्षेत्र में खासा उत्साह है और स्थानीय लोगों का कहना है कि मृदुल की इस उपलब्धि से दूसरे बच्चों को भी इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। साधारण परिवार में जन्मी मृदुल की प्रारंभिक शिक्षा डीएवी स्कूल ग्रेयोह में हुई। उसके बाद लॉर्ड महावीर नर्सिंग कॉलेज नालागढ़ से बीएससी और पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ से मेंटल हैल्थ नर्सिंग में एमएससी करने के बाद चितकारा यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश में क्लीनिकल इंस्ट्रक्टर के पद पर अपनी सेवाएं दी।
मृदुल को शुरू से ही चिकित्सा के क्षेत्र में जाने का शौक था और अपने जुनून और कड़े परिश्रम से उन्होंने कदम दर कदम आगे बढ़ते हुए यह मुकाम हासिल किया है। अपने सपनों को साकार करने के बाद मृदुल भी बेहद खुश है और उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। मृदुल चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं।