हिम न्यूज़ धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में माननीय कुलपति जी के निर्देशानुसार राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा ‘नशा मुक्त हिमाचल, सुरक्षित हिमाचल’ विषय पर प्रदेश पुलिस प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के सहयोग से एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी के संयोजक हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मलकीयत सिंह रहे।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री अशोक तिवारी डीजीपी हिमाचल प्रदेश, श्री विमल गुप्ता आईजीपी हिमाचल प्रदेश, सुश्री सौम्या संबासिवन आईपीएस डीआईजी उत्तरी क्षेत्र, धर्मशाला, सुश्री आकृति शर्मा, (आईपीएस) बनगढ़ ऊना, कुलसचिव डॉ. नरेंद्र संख्यान विशेष रूप से उपस्थित रहे।

अपने संबोधन में सुश्री आकृति (आईपीएस) ने विद्यार्थियों के साथ नशा निवारण एवं करियर के विषयों को लेकर चर्चा की, साथ ही उन्होंने छात्रों को सशक्त बनने का आह्वान किया। आईपीएस सौम्या संबासिवन ने अपने संबोधन में नशा निवारण के साथ अपने लक्ष्य मजबूती से चुनने का संदेश दिया। साथ ही अध्यापकों को समाज का रोल मॉडल बताते हुए उनकी भूमिका की सराहना की। अपने अध्यक्षीय संबोधन में पुलिस महानिरीक्षक श्री अशोक तिवारी ने युवाओं को पुलिस की भूमिका के रूप में कार्य का आह्वान किया।
उन्होंने पुलिस के प्रति जनता के व्यवहार में परिवर्तन की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि चिट्टा जैसी महामारी को जनता और पुलिस के सहयोग से ही रोका जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों, शोधार्थियों के साथ अपने अध्ययन के दौरान के अनुभव साझा किए एवं संदेश दिया कि आपको अपने लक्ष्य चुनकर उन पर ईमानदारी से आगे बढ़ना चाहिए।
सत्र के अंत में उपस्थित विद्यार्थियों और शोधार्थियों ने बड़ी संख्या में अपने प्रश्न पूछे जिनमें हिंदी विभाग से शिवानी, संस्कृत विभाग से मयंक तिवारी, कॉमर्स विभाग से आशीष, तान्या ठाकुर एवं अंग्रेजी विभाग से हंसराज ने विशेष रूप से नशा, करियर और अन्य विषयों पर प्रश्न किए जिनका उपस्थित शीर्ष अधिकारियों ने विस्तार से उत्तर दिया।
इस संगोष्ठी में वाणिज्य विभाग, प्रबंधन विभाग, योग विभाग, पर्यटन विभाग, हिंदी विभाग, अंग्रेजी विभाग, संस्कृत विभाग, पंजाबी एवं डोगरी विभाग तथा शिक्षा विभाग के 170 विद्यार्थी /शोधार्थी उपस्थित रहे।