हिम न्यूज़, शिमला :अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला ने क्षेत्र में नशे के बढ़ते जाल और प्रशासन की लापरवाही के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने आज शिमला जिला उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने शीघ्रातिशीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए, तो परिषद उग्र आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगी।
विद्यार्थी परिषद शिमला द्वारा प्रदेश में बढ़ रही नशा प्रवृति (चिट्टा) के विरुद्ध मोर्चा खोला है। विद्यार्थी परिषद ने ये मांग की है कि प्रशासन को इसके विरुद्ध कार्य कर रही विभिन्न संस्थाओं का भी सहयोग लेना चाहिए और प्रशासन अविलंब ड्रग माफ़िया के विरुद्ध विशेष अभियान चलाए, सभी ड्रग पेडलर्स को गिरफ़्तार किया जाए, नशे के अड्डों पर छापेमारी की जाए और इस गंदे खेल में सम्मिलित बड़े सरगनाओं को बेनकाब किया जाए। यदि सरकार व प्रशासन ऐसा नहीं करती है तो एबीवीपी सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगी जिसका पूरा ज़िम्मेदार प्रशासन होगा।
एबीवीपी ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि हिमाचल जैसी देवभूमि पर नशे का कारोबार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि शीघ्रातिशीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो विद्यार्थी परिषद क्षेत्रव्यापी आंदोलन छेड़ने से पीछे नहीं हटेगी। अब समय आ गया है कि सरकार और प्रशासन नींद से जागे और नशे के सौदागरों के विरुद्ध सख्त कदम उठाए ताकि देव भूमि हिमाचल में बढ़ती नशा प्रवृत्ति पर रोक लग सके।
*विद्यार्थी परिषद की मुख्य मांगे*
1. जिला स्तर पर चिट्टे को रोकने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद ली जाए।
2. चिट्टा तस्करी में संलिप्त लोगों पर सख्ती से नकेल कसी जाए।
3. जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाई जाए तथा नशे के संवेदनशील क्षेत्रों पर निरंतर गश्त और छापेमारी की जाए।
4. . जिले के समस्त शिक्षण संस्थानों में व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए तथा नशा निवारण केंद्रों की मदद से प्रशिक्षण शिविर लगाए जाए।
5. जिला स्तर पर उड़न दस्तों का गठन किया जाए तथा संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए।
6. जिला मुख्यालय में एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए, जहां नशा तस्करी और नशे से जुड़ी गतिविधियों की गोपनीय सूचना दी जा सके। यह हेल्पलाइन 24×7 सक्रिय रहे और सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाए।