सामयिक अध्यक्ष चन्द्र कुमार का जीवन परिचय

हिम न्यूज़ शिमला-सामयिक अध्यक्ष चन्द्र कुमार का जन्म 8 मई, 1944 को  स्व0 श्री बेली राम के घर ग्राम ढान, तहसील ज्वाली, जिला कांगड़ा में हुआ । इनके पिता एक कृषक थे । चन्द्र कुमार ने अपनी उच्च शिक्षा पंजाब व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से हासिल की ।

इन्होंने एम.ए., एम.एड. तथा बी.ए., एल.एल.बी. तक की शिक्षा प्राप्त की है।राजनीति में प्रवेश करने से पूर्व शि मला स्थित सेंट बीटस कॉलेज में एक प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक के रूप में कार्यरत्त रहे तथा बाद में आपने अपने पद से  दे दिया ।

चन्द्र कुमार के पुत्र  नीरज भारती दो बार विधान सभा के सदस्य रहे तथा हिमाचल प्रदेश सरकार में मुख्य संसदीय सचिव के पद पर भी रहे हैं । चन्द्र कुमार क्रमश: वर्ष 1982, 1985, 1993, 1998 तथा 2003 में विधान सभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए हैं ।

चन्द्र कुमार 1982 में एच0आर0टी0सी0 के उपाध्यक्ष नामित किए गए । 1982 से 1985 तक स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा और जन-सम्पर्क, उप-मंत्री, 14 अप्रैल, 1984 से मार्च, 1985 तक वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), मार्च 1985 से 1989 तक कृषि और कला, भाषा एवं संस्कृति व मत्स्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), 1989 से 1990 सिंचाई, जन-स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और तकनीकी शिक्षा मंत्री तथा 1993 से 1998 और 6 मार्च, 2003 से 31 मई, 2004 तक वन मंत्री बने रहे।

चन्द्र कुमार ने अपना पहला चुनाव वर्ष 1977 में आजाद प्रत्याशी के रूप में लड़ा तथा 500 से भी कम मतों के अन्तर से चुनाव में पिछड़ गए । उसके पश्चात 1982 से आज तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता के रूप में विद्यमान हैं ।

वे हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कोषाध्यक्ष, महासचिव तथा उपाध्यक्ष जैसे उच्च पदों पर तैनात रहे हैं तथा कई वर्षों तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे ।

चन्द्र कुमार वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर तैनात हैं । हिमाचल प्रदेश सरकार में वन मंत्री रहते इन्होंने सेबों की पेटियों के लिए वन कटान पर प्रतिबन्ध लगा दिया था तथा विकल्प के रूप में पॉपुलर तथा कार्टन बॉक्स को बागवानों को उपयोग में लाने के लिए प्रेरित किया जो आज भी बखूबी जारी है।

चन्द्र कुमार ने वर्ष 2004 में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से 14वीं लोक सभा के लिए कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा तथा तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री व पूर्व मुख्य मंत्री श्री शान्ता कुमार को पराजित किया ।  इन्होंने अपने इस बेहतरीन कार्यकाल में जिला कांगड़ा के कंदरोड़ी में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कारखाना स्थापित करवाया तथा धर्मशाला के लिए केन्द्रीय विश्वविद्यालय को मंजूर करवाया ।

चन्द्र कुमार ने अपने इसी कार्यकाल में जिला कांगड़ा में National Fashion & Designing Institute स्थापित किया तथा UPA-1st सरकार में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल टांडा मैडिकल कॉलेज के लिए केन्द्र सरकार से 125 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत करवाई ।

चन्द्र कुमार ने इस कार्यकाल में रिकॉर्ड समय के भीतर कांगड़ा व पठानकोट को जोड़ने वाले चक्की ब्रिज का निर्माण करवाया। इन्होंने केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय से राजीव गांधी विद्युतिकरण के तहत बिजली विभाग को 90 प्रतिशत अनुदान तथा 10 प्रतिशत लोन System Improvement  हेतु मुहैया करवाया ।

चन्द्र कुमार ने UPA प्रथम 14वीं लोकसभा के कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण बिल जैसे Right to Food, Right to Health, Right to Employment (मनरेगा), Right to information तथा Right to Education को पारित करवाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

वे जिला कांगड़ा के ओ0बी0सी0 वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा जिला कांगड़ा के आज भी वरिष्ठतम एवं कद्दावर नेता हैं । चन्द्र कुमार 8 दिसम्बर, 2022 को ज्वाली-9 निर्वाचन क्षेत्र से चौदहवीं विधान सभा के लिए निर्वाचित हुए हैं ।