अपने विधायकों क़ो संभाले : राकेश जमवाल 

हिम न्यूज़,शिमला : प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही है और कांग्रेस के ही विधायक सरकार को छोड़कर चले गए यहीं कांग्रेस की कार्यप्रणाली के बारे में पता चलता हैं। भाजपा मुख्य प्रवक्ता और सुन्दरनगर से विधायक राकेश जमवाल ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार चल रही है और 14 महीनों में कांग्रेस के अपने ही विधायक अपनी सरकार को छोड़कर चले गए। झूठ की नींव पर कांग्रेस की सरकार बनी और 14 महीने के अंदर उनके छह विधायक जो वर्षों वर्षों तक पार्टी की सेवा कर रहे थे वह पार्टी छोड़कर कांग्रेस से दूर चले गए। यह भाजपा का दोष नहीं कांग्रेस की सरकार और उसकी कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रशनचिन्ह हैं। आज तक के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ और यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं जिसमें मुख्यमंत्री के तानाशाही रवैया ही पूर्णतः दोषी हैं।

 

राकेश जमवाल ने उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के ब्यान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के कैडर की चिंता ना करके अपने कार्यकर्ताओं की चिंता करें अपने विधायकों की चिंता करें तो ज्यादा अच्छा होगा। 1500रूपये महिलाओं क़ो मिलने पर भाजपा के स्टैंड के जबाब में मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल ने कहा कि हमसे स्टैंड पूछने के बजाए अपना स्टैंड लोगों क़ो बताएं। लाहौल स्पीति जहां सबसे पहले योजना की शुरुवात हो गई ऐसा सरकार बता रही हैं परंतु वहां कि महिला शक्ति मीडिया में जाकर इसको झूठ बता रही हैं। इसलिए यह साफ हैं कि कांग्रेस 18-59तक की 22लाख से ज्यादा महिलाओं क़ो मिलने वाले लाभ के मामले में जम कर झूठ बोल रही हैं जिसके परिणाम उन्हें भुगतने पड़ेंगे।

 

जमवाल ने कहा कि चुनाव में भाजपा आगे हैं और जीतेगी। देहरा विधानसभा क्षेत्र में कर्मचारियों के तबादला किया जा उन्हें डराया धमकाया जा रहा हैं, महिला प्रधान के पति को प्रताड़ित करके उनका तबादला कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि अभी तो आप सब के तबादले कर रहे है परंतु तीनों उपचुनाव के रिजल्ट आने के बाद सरकार का ही तबादला हो जाएगा। एक ख़ौफ़ का माहौल प्रदेश में कांग्रेस में बनाया हैं। केंद्र पर जो हिमाचल की सड़को क़ो पैसा न दिए जाने की बात विपक्ष कर रहा हैं उसका जबाब हम न देकर इनके पी डब्लू डी मंत्री दे चुके है कि मैं केंद्र जाता हूं और प्रदेश के लिए खुला पैसा केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी देते है। इसमें भाजपा क़ो कुछ कहने की अवश्यकता नहीं पार्टी मैं और सरकार के मंत्रियों में कितना विरोधाभास हैं वो इनके ही बयानों में सामने आता हैं।