हिम न्यूज़,शिमला: हिमाचल प्रदेश के राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश को बदनाम करने के लिए केन्द्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व में कभी भी जांच एजेंसियों द्वारा चुनाव के दौरान इस तरह की कार्रवाई नहीं की गई लेकिन प्रदेश के इतिहास में पहली बार इस तरह की रेड हुई है जिससे हिमाचल बदनाम हुआ है।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव के दौरान ईडी और इन्कम टैक्स की रेड दुर्भाग्यपूर्ण है। वास्तविकता यह है कि उप-चुनाव में भाजपा के पास प्रदेश सरकार के खिलाफ कोेई मुद्दा नहीं था इसलिए रेड डलवाकर चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि नादौन और हमीरपुर में ईडी ने जिन लोगों के ठिकानों पर रेड की, उनका उत्पीड़न किया जा रहा है ताकि वे किसी न किसी तरीके से जबरन मुख्यमंत्री का नाम इस मामले में घसीट सकें।
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर आरोप लगाया कि वह दिल्ली जाकर हिमाचल के लिए कोई पैकेज लाने की पैरवी करने के बजाय प्रदेश को बदनाम करने के लिए जांच एजेंसियों को लेकर आते हैं। इससे पूर्व प्रदेश में जब भाजपा की सरकार थी तब पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर केंद्र और राज्य में डबल इंजन की सरकार होने का दम भरते थे लेकिन प्रदेश के लिए कुछ भी नहीं कर पाए और हमेशा बेरंग लौटे। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश के तीन निर्दलीय विधायकों को भ्रमित कर प्रदेश में उप-चुनाव थोपा तथा अब इस तरह के षड्यंत्र रचकर जांच एजेंसियों का दुरूपयोग भी करवा रहे हैं।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि भाजपा के नेता कह रहे हैं कि केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई का चुनाव से कोई संबंध नहीं है तो उन्हें बताना चाहिए कि यह रेड अगर गैर-राजनीतिक है तो उप-चुनाव के दौरान इस तरह की कार्रवाई कहां तक तर्कसंगत है। उन्होंने कहा कि रेड डलवाकर भाजपा ने चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की, जिसमें वे सफल नहीं हो पाएंगे।
नेगी ने कहा कि उप-चुनाव में देहरा से भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह ने गोली चलाने की बात कहकर प्रदेश के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश की।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर भी प्रेस सम्मेलन में उपस्थित थे।